पाकिस्तान की एक प्रमुख अदालत ने मुंबई हमले के मामले में जकीउर रहमान लखवी सहित सातों आरोपियों और सरकार को नोटिस जारी किया है। भारत पहुंचने के लिए लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल की गई नौका की जांच के लिए एक आयोग गठित करने की मांग वाली अभियोजन पक्ष की याचिका पर यह नोटिस जारी किया गया है।
2008 के मुंबई हमलों के मामले में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी और 6 अन्य आरोपियों पर 166 लोगों की हत्या के लिए उकसाने का मुकदमा चलेगा। पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधी अदालत ने शुक्रवार को यह फैसला दिया।
पाकिस्तानी अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने आज बताया कि उसके आकाओं ने उससे कहा था कि 26/11 के मुंबई हमले के मामले में जकी उर रहमान लखवी और हाफिज सईद के खिलाफ कुछ नहीं होगा। हेडली ने यह भी दावा किया कि उसे बताया गया था कि उनके और लश्कर के अन्य सदस्यों के खिलाफ पाकिस्तानी संघीय जांच एजेंसी की कार्रवाई दिखावटी है।
पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली ने अदालत को बताया है कि आईएसआई और लश्कर 26/11 आतंकवादी हमलों के दौरान मुंबई हवाईअड्डे और नौसेना स्टेशन को निशाना बनाना चाहते थे और उसने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) की वीडियोग्राफी की थी और उसे वहां के किसी ऐसे व्यक्ति को भर्ती करने को कहा गया था जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम कर सके।
मुंबई हमले के मास्टर माइंड जकी उर रहमान लखवी की जेल से रिहाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चिंताओं के बावजूद चीन संयुक्त राष्ट्र में लिए गए अपने स्टैंड पर कायम है। चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के तौर पर चीन हमेशा 1267 समिति के मामलों से हमेशा तथ्यों के आधार पर और वास्तविकता एवं निष्पक्ष की भावना के साथ निपटता है।
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकी-उर-रहमान लखवी की रिहाई पर गहरी चिंता जताते हुए अमेरिका ने शुक्रवार को कहा कि उसने पाकिस्तान से 26-11 के पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने की उसकी प्रतिबद्धता पर आगे बढ़ने के लिए बार-बार कहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी को रिहा करने के लाहौर हाईकोर्ट के आदेश को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि भारत तो पाकिस्तान से बातचीत करना चाहता है लेकिन मौजूदा घटनाक्रम निराशाजनक है।