जेएनयू में वामपंथ को न मानने वालों के बीच एक ज़ुमला खासा मशहूर है कि देश भर के लेफ्टिस्टों को एक पिंजरे में बंद करने के लिए इंदिरा गाँधी ने जेएनयू बनाया। जेएनयू ही वो जगह है जहाँ (1969 से 2016 तक एक उदाहरण को छोड़कर जब 2001 में एबीवीपी के संदीप महापात्र कुछ वोटों से जीत गए थे) चुनाव दर चुनाव वामपंथ अपना किला सलामत रख सका है।
दालों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य, गांवों में बिजली, वन रैंक-वन पेंशन, लड़कियों के लिए अलग टॉयलेट, पोस्ट ऑफिस को पेमेंट बैंक में बदलना, स्वतंत्रता सेनानियों को पेंशन- इन मुद्दों पर कहां खड़ी है मोदी सरकार?
दिल्ली के चांदनी चौक मेन बाजार में सोमवार देर रात आग लग गई, जिससे वहां की करीब 150 दुकानें जलकर खाक हो गईं। आग की घटना कटरा धुलिया बाजार की संकरी गलियों में घटित हुई। जहां दमकल की गाड़ियां भी मुश्किल से पहुंच सकीं। चूंकि इस इलाके के अधिकांश भाग में सिंथेटिक माल और लकड़ी का कारोबार होता है इसलिए आग बड़ी तेजी से फैलती चली गई। आग पर काबू पाने में करीब तीन घंटे का समय लगा।
वीवीआईपी कल्चर की प्रतीक गाड़ियों पर लगने वाली लाल बत्ती पर मोदी सरकार ने कड़ा प्रहार किया है। बुधवार को मोदी सरकार ने इस वीआईपी कल्चर को खत्म करने का फैसला लेते हुए लाल बत्ती पर रोक लगा दी है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने आज कहा कि यह अफसोस की बात है कि पाकिस्तान का सिंध प्रांत, जहां उनका जन्म हुआ था, वह आजाद भारत का हिस्सा नहीं है।
केंद्रीय जनजाति आयोग ने कनकुनी जमीन घोटाले के याचिकाकर्ता जय लाल राठिया की मौत की जांच के लिए अपनी टीम रायगढ़ (छत्तीसगढ) रवाना कर दी है। जनजाति आयोग ने जय लाल राठिया की संदेहास्पद स्थितियों में मृत्यु से संबंधित समाचारों का स्वत: संज्ञान लेते हुए छत्तीसगढ के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है।