1681-82 के आसपास जुलियाना गोवा से मुगल दरबार में पहुंची और शीघ्र ही औरंगजेब की बेगम और शहजादे मुअज्जम की अम्मी नवाब बाई की खिदमत में लग गई। जब 1686 में मुअज्जम और उसकी अम्मी बादशाह औरंगजेब की नजरों में गिर गए तब जुलियाना ने उनके प्रति अपनी अटूट वफादारी निभाई।
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र मिश्र ने पोस्टर को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की साजिश करार देते हुए कहा कि पहले भी ऐसी हरकतें होती रही हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे।
यूपी विधानसभा में सदन के अंदर विस्फोटक मिलने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे खतरनाक आतंकवादी साजिश का हिस्सा बताते हुए मामले की जांच नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की।