उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के धुआंधार प्रदर्शन के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने आरोप लगाया कि वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी की गयी है।
डेढ़ महीने की लगातार मेहनत का फल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी भारतीय जनता पार्टी को मिल गया है। दो राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा की आंधी चल रही है और पार्टी उत्तर प्रदेश में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 305 से अधिक सीटें जीतती दिख रही है और पिछले तीन दशक में इतनी बड़ी जीत राज्य की जनता ने किसी को नहीं दी थी।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी रूझानों के बाद काफी पिछड़ती नजर आ रही है। अंतिम परिणाम अभी आने बाकी है। लेकिन एक बात सामने आ गई है कि बड़े मुकाबले में होने के बावजूद समाजवादी पार्टी चूक गई। अब चूक कहां हुई कैसे हुई अभी इस पर सपा का कोई नेता बात करने के लिए तैयार नहीं है।
केंद्र ने आज उच्चतम न्यायालय से कहा कि वह एमबीबीएस और बीडीएस पाठ्यक्रमों की एकल प्रवेश परीक्षा नीट अगले शैक्षणिक वर्ष से उर्दू माध्यम में भी कराने के सुझाव पर विचार के लिए तैयार है।
बसपा प्रमुख मायावती चुनाव परिणाम आने के बाद ही समर्थन के बारे में सोंचेगी। बसपा सूत्रों के मुताबिक अभी पार्टी प्रमुख चुनाव परिणाम का इंतजार करेगी। उसके बाद ही कोई निर्णय लेंगी। बसपा प्रमुख की ओर से यह संकेत उस समय आया है जब समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेेश यादव ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो बसपा से भी हाथ मिलाया जाएगा।
मणिपुर में विधानसभा की 22 सीटों के लिए आखिरी चरण का मतदान आज सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो चुका है। इसमें मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह के विधानसभा क्षेत्र थौबल पर सबकी नजर रहेगी जहां उन्हें मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला चुनौती दे रही हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए सात जिलों की 40 सीटों पर मतदान आज सुबह सात बजे से शुरू हो गया। इस बीच सातों जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मतगणना 11 मार्च को होगी।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस संगठन में व्यापक फेरबदल होना है। खासकर उन राज्यों में जहां इस साल या अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं वहां पर पार्टी प्रदेश अध्यक्षों को बदलने की तैयारी में है ताकि क्षेत्र में काम करने का समय मिल सके।
उपराज्यपाल अनिल बैजल के अभिभाषण के साथ दिल्ली विधानसभा का पांच दिन का बजट सत्र आज शुरू हो गया। बैजल ने सरकार के काऱ्र्याों और उपलब्धियाोंं काो गिनाया। उन्हाेने पिछले साल दिसंबर में कार्यभार संभाला था जिसके बाद से यह उनका पहला अभिभाषण है।