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Search Result : "विश्‍व आर्थिक मंच"

भारतीय टीम ने 15 साल बाद जूनियर वर्ल्‍ड कप हॉकी का खिताब जीता

भारतीय टीम ने 15 साल बाद जूनियर वर्ल्‍ड कप हॉकी का खिताब जीता

खचाखच भरे मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर चारों ओर से आते इंडिया इंडिया के शोर के बीच भारत ने आज बेहतरीन हाकी का नमूना पेश करते हुए बेल्जियम को 2-1 से हराकर जूनियर हाकी विश्व कप अपने नाम करने के साथ इतिहास पुस्तिका में नाम दर्ज करा लिया।
विजन केयर तक पहुंच बनाने के लिए ग्रामीण उद्यमशीलता को प्रोत्‍साहन

विजन केयर तक पहुंच बनाने के लिए ग्रामीण उद्यमशीलता को प्रोत्‍साहन

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन(डब्‍ल्‍यूएचओ) के अध्‍ययन ने साबित कर दिया है कि मोतियाबिंद के बाद अनकरेक्‍टेड रिफ्रैक्टिव एरर (यूआरई) दूसरा सबसे बड़ा कारण है जो विकासशील देशों मेंअंधेपन का कारण है। यूआरई आंखों की बीमारी का सबसे प्रचलित रूप है। यह तब होता है जब आंखें किसी खास तस्‍वीर पर फोकस नहीं कर पाती हैं। यूआरई की वजह से दृष्टि धुंधली हो जाती है और कभी-कभार इतनी गंभीर हो जाती है कि बुरी तरह प्रभावित हो जाती है।
भारत के हेल्‍थ सेक्‍टर में अधिक निवेश होगा तभी विकास बरकरार रहेगा : डब्ल्यूएचओ

भारत के हेल्‍थ सेक्‍टर में अधिक निवेश होगा तभी विकास बरकरार रहेगा : डब्ल्यूएचओ

विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि भारत को सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा में और अधिक निवेश करना चाहिए तथा अवसंरचना एवं मानव संसाधन समेत सभी पहलुओं पर गौर करते हुए त्वरित स्वास्थ्य आपूर्ति प्रणाली का निर्माण करना चाहिए। इसमें ग्रामीण इलाकों पर विशेष तौर पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
आरएसएस के आर्थिक चिंतक गुरुमूर्ति बोले, 2000 के नोट भी बंद हो जाएंगे

आरएसएस के आर्थिक चिंतक गुरुमूर्ति बोले, 2000 के नोट भी बंद हो जाएंगे

राष्‍ट्रीय स्‍वयं सेवक संघ आरएसएस से जुड़े आर्थिक चिंतक एस गुरुमूर्ति ने कहा है कि आने वाले दिनों में 2000 के नोट भी बंद हो जाएंगे। सबसे बड़ा नोट 500 का होगा। ढाई सौ का भी नोट जारी किया जाएगा।
हाल-ए-नोटबंदी : विश्‍व बाजार में रुपये की विश्‍वसनीयता गिरी

हाल-ए-नोटबंदी : विश्‍व बाजार में रुपये की विश्‍वसनीयता गिरी

देश में नोटबंदी करने के बाद भारतीय मुद्रा रुपये की विश्वसनीयता विश्व बाजार में गिरी है। नेपाल, भूटान, दुबई, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका सहित विश्‍व के कई देशों में रुपये को शक-सुबहे की दृष्‍टि से देखा जा रहा है। इससे फ्री ट्रेडिंग में भारतीय रुपये को खर्च करने में लोगों को दिक्कत आ रही है।
और पीएम मोदी को मात देते हुए ट्रंप बन गए टाइम्‍स पर्सन ऑफ द इयर

और पीएम मोदी को मात देते हुए ट्रंप बन गए टाइम्‍स पर्सन ऑफ द इयर

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने 2016 का 'टाइम्स पर्सन ऑफ द इयर' चुना है। इस खिताब के लिए उनका मुकाबला पीएम नरेंद्र मोदी सहित कई राष्ट्रध्यक्षों और राजनेताओं और कलाकारों के साथ था। पाठकों ने 'टाइम्स पर्सन ऑफ द इयर' के लिए हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी को चुना था। पीएम मोदी पाठकों की नजर में 18 फीसदी वोट के साथ पहले नंबर पर थे। वहीं ट्रंप और विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को 7 फीसदी वोट मिले थे।
नोटबंदी : आर्थिक वृद्धि का अनुमान 7.6 प्रतिशत से घटाकर 7.1 प्रतिशत कर दिया

नोटबंदी : आर्थिक वृद्धि का अनुमान 7.6 प्रतिशत से घटाकर 7.1 प्रतिशत कर दिया

बाजार की उम्मीदों के विपरीत भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को नीतिगत दरों में कोई कमी नहीं की और उन्हें जस का तस बनाए रखा। बाजार विश्लेषकों ने कहा था कि रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति अपनी दो दिन की बैठक में अपनी फौरी ब्याज दर रेपो में कम से कम 0.25 प्रतिशत की कमी कर सकती है ताकि आर्थिक वृद्धि को बढावा दिया जा सके।
स्वामी बोले , आर्थिक विकास जरूरी लेकिन हिंदुत्व की विचारधारा पर भी चलना होगा

स्वामी बोले , आर्थिक विकास जरूरी लेकिन हिंदुत्व की विचारधारा पर भी चलना होगा

भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने नोटबंदी के केंद्र सरकार के फैसले पर आज कहा कि देश में आर्थिक विकास जरूरी है लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी को हिंदुत्व और भ्रष्टाचार को समाप्त करने की अपनी विचारधारा पर भी बने रहना चाहिए।
'नोटबंदी के बाद आर्थिक गतिविधियां बढ़ने से जीडीपी वृद्धि दर 10 फीसद होगी'

'नोटबंदी के बाद आर्थिक गतिविधियां बढ़ने से जीडीपी वृद्धि दर 10 फीसद होगी'

बड़े नोटों को अमान्य करने के निर्णय को गरीबोन्मुखी और कालाधन के खिलाफ जंग करार देते हुए वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि इस निर्णय से देश में आर्थिक गतिविधियों का दायरा बढ़ेगा और आने वाले समय में जीडीपी वृद्धि दर 2 प्रतिशत बढ़कर 10 प्रतिशत के स्तर तक पहुंचेगी।
मेक इन इंडियाः निर्माण क्षेत्र की कंपनियां जुटेगी एक मंच पर

मेक इन इंडियाः निर्माण क्षेत्र की कंपनियां जुटेगी एक मंच पर

नोटबंदी के सरकार के फैसले के बीच भी निर्माण क्षेत्र की कंपनियां मेक इन इंडिया की पहल करते हुए एक मंच पर जुटने जा रही हैं। इसके लिए मुंबई में एक दिसंबर से आयोजित होने वाली प्रदर्शनी में सभी कंपनियां अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगी।
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