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सबसे बड़े सांस्कृतिक, आध्यात्मिक सम्मेलन के पीछे का सच

सबसे बड़े सांस्कृतिक, आध्यात्मिक सम्मेलन के पीछे का सच

ढोल, मृदंग, वीणा, हारमोनियम, तबला, बांसुरी सहित करीब चालीस से अधिक वाद्य यंत्रों की एक साथ गूंज के साथ नृत्य, शांति, ध्यान और अन्य कलाओं की प्रस्तुति पूरी दुनिया के लिए एक आकर्षण होगी। इस आकर्षण का हिस्सा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश दुनिया की जानी-मानी हस्तियां भी होगी। आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर की संस्था 'द आर्ट ऑफ लिविंग’ की ओर से आयोजित होने जा रहे दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक, सांस्कृतिक सम्मेलन में 155 से अधिक देशों के कलाकार भी भाग ले रहे हैं। भारत में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक सम्मेलनों का आयोजन तो समय-समय पर होता रहा है लेकिन अपने तरह के अनूठे कार्यक्रम के आयोजन पर लोगों की खास नजर भी है। क्योंकि भारत में आध्यात्मिक आयोजन के पीछे कोई न कोई राजनीतिक मंशा भी छिपी रहती है। हाल ही में श्रीश्री रविशंकर को पद्म विभूषण सम्मान से सरकार ने सम्मानित भी किया। हालांकि इससे पहले श्रीश्री ने यह पुरस्कार लेने से इंकार कर दिया था।
वेलेंटाइन डे का विरोध करते बजरंग दल, वीएचपी कार्यकर्ता पकड़े

वेलेंटाइन डे का विरोध करते बजरंग दल, वीएचपी कार्यकर्ता पकड़े

वेलेंटाइन डे समारोहों के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कई कार्यकर्ताओं को हैदराबाद के विभिन्न हिस्सों में हिरासत में ले लिया गया। दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा व्यवधान उत्पन्न किये जाने की आशंका को लेकर पुलिस ने हैदराबाद में सुरक्षा कड़ी कर दी है।
गांधी: बस नाम ही बाकी है

गांधी: बस नाम ही बाकी है

राष्ट्रपिता के रूप में ख्याति पाने वाले शख्स के नाम पर पूरे भारत में ढेरों संस्थाएं हैं, जिनका बस 'नाम’ ही बाकी रह गया है
आतंकवाद एक कैंसर, तीखी छुरी से करना होगा इलाज: राष्ट्रपति

आतंकवाद एक कैंसर, तीखी छुरी से करना होगा इलाज: राष्ट्रपति

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 67वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने संदेश में आगाह किया कि निर्णय और कार्यान्वयन में विलंब से विकास की प्रक्रिया का ही नुकसान होगा। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने हाल ही में पठानकोट वायु सेना स्टेशन पर हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि असहमति दूर करने का एक सभ्य तरीका संवाद है जो सही तरह से कायम रहना चाहिए लेकिन हम गोलियों की बौछार के बीच शांति पर चर्चा नहीं कर सकते।
रोहित के साथ निकाले गए 4 दलित छात्रों का निलंबन वापस

रोहित के साथ निकाले गए 4 दलित छात्रों का निलंबन वापस

दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्‍महत्‍या से विवादों में आए हैदराबाद केंद्रीय विश्‍वविद्यालय ने चार दलित छात्रों का निलंबन वापस ले लिया है। अंबेडकर स्‍टूडेंट्स एसो‍सिएशन से जुड़े इन छात्रों को भी रोहित के साथ यूनिवर्सिटी ने निलंबित कर दिया था।
रोहित की खुदकुशी दलित बनाम गैर दलित मुद्दा नहीं: स्‍मृति ईरानी

रोहित की खुदकुशी दलित बनाम गैर दलित मुद्दा नहीं: स्‍मृति ईरानी

हैदराबाद केंद्रीय विश्‍वविद्यालय के शोध छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी को मानव संसाधन विकास मंत्री स्‍मृति ईरानी ने जातिगत मुद्दा मामने से इनकार कर दिया है।
हैदराबाद यूनिवर्सिटी हॉस्‍टल से निकाले गए दलित छात्र ने की खुदकुशी

हैदराबाद यूनिवर्सिटी हॉस्‍टल से निकाले गए दलित छात्र ने की खुदकुशी

दो सप्‍ताह पहले हैदराबाद विश्वविद्यालय के हॉस्‍टल से निकाले गए पांच दलित शोधार्थियों में से एक रोहित वेमुला ने रविवार को खुदकुशी कर ली। उसका शव कैंपस के एक हॉस्‍टल में पंखे से लटका मिला। इस मामले में केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्‍तात्रेय पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
चर्चा: मंदिर के साथ कल्याण | आलोक मेहता

चर्चा: मंदिर के साथ कल्याण | आलोक मेहता

विश्व हिंदू परिषद ने ऐलान किया है कि सवा लांख गांवों में नए मंदिरों का निर्माण होगा। इस बार रामनवमी से यह काम शुरू हो जाएगा। घोषणा उत्तर प्रदेश में की गई है, लेकिन लक्ष्य देश भर के गांवों का है।
पुस्तक मेले में चीनी लेखकों की टैगोर, मोदी पर किताबें

पुस्तक मेले में चीनी लेखकों की टैगोर, मोदी पर किताबें

दिल्ली में चल रहे विश्व पुस्तक मेले में अतिथि देश चीन के प्रकाशकों ने गुरूदेव रवींद्र नाथ टैगोर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चीनी लेखकों की किताबें पेश की हैं।
समाज में आलोचना व सवाल उठाने के प्रति असहिष्‍णुता: उप राष्ट्रपति

समाज में आलोचना व सवाल उठाने के प्रति असहिष्‍णुता: उप राष्ट्रपति

देश में असहिष्‍णुता पर जारी बहस के बीच उप राष्ट्रपति एम. हामिद अंसारी ने कहा है कि समाज में आलोचना और सवाल उठाए जाने के प्रति असहिष्‍णुता है जिसकी वजह अवैज्ञानिक पूर्वाग्रहों पर आधारित अतार्किक आस्‍था और मत हैं। उन्‍होंने कहा कि वैज्ञानिक सोच के अभाव में ही अक्‍सर असहमति जाहिर करने वाले व्‍यक्ति के बहिष्‍कार या उसकी हत्‍या कर दिए जाने या फिर किताबों पर प्रतिबंध जैसी घटनाएं सामने आती हैं।
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