Advertisement

Search Result : "वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था"

राजकोषीय घाटा नहीं, मांग बढ़ाने की चिंता जरूरी: प्रो. अरुण कुमार

राजकोषीय घाटा नहीं, मांग बढ़ाने की चिंता जरूरी: प्रो. अरुण कुमार

जाने-माने अर्थशास्त्री और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेवानिवृत प्रोफेसर अरुण कुमार देश में मौजूदा आर्थिक हालात को वैश्विक आर्थिक सुस्ती की देन मानते हैं। उनका यह भी मानना है कि हर सरकार राजकोषीय घाटा कम करने के लिए ही चिंतित रहती है और उसी मुताबिक बजट बनाकर किसी लक्ष्य तक पहुंचने में विफल रहती है। इसे वह गलत धारणा मानते हैं। आउटलुक के राजेश रंजन से बातचीत में उन्होंने रोजगार, घरेलु मांग, विकास दर आदि बढ़ाने पर जोर दिया।
स्वामी के काफिले पर अंडा और कूड़ा फेंकने की घटना, जांच के आदेश

स्वामी के काफिले पर अंडा और कूड़ा फेंकने की घटना, जांच के आदेश

भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रहमणयम स्वामी के काफिले पर शनिवार को कथित तौर पर कांग्रेसियों की ओर से अंडा और कूड़ा फेंके जाने का मामला सामने आया है। भाजपा नेताओं की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
जनवरी में भारत से निर्यात में आई 13.6 प्रतिशत की गिरावट

जनवरी में भारत से निर्यात में आई 13.6 प्रतिशत की गिरावट

भारत के निर्यात में लगातार 14वें माह गिरावट का रुख रहा। वैश्विक मांग नरम रहने के बीच पेट्रोलियम उत्पादों व इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात में तेज गिरावट के चलते जनवरी में देश का निर्यात 13.6 प्रतिशत घटकर 21 अरब डॉलर पर आ गया।
प्रमुख सरकारी बैंकों को 12 हजार करोड़ का तिमाही घाटा

प्रमुख सरकारी बैंकों को 12 हजार करोड़ का तिमाही घाटा

फंसे कर्ज (एनपीए) से बुरी तरह प्रभावित बैंक आफ बड़ौदा, बैंक आफ इंडिया और आईडीबीआई बैंक समेत सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंकों को अब तक का सबसे बड़ा 12,000 करोड़ रुपये का कुल तिमाही नुकसान हुआ जबकि एसबीआई, पीएनबी और केनरा के मुनाफे में भारी गिरावट दर्ज हुई।
शेयर बाजार में हाहाकार, निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपये डूबे

शेयर बाजार में हाहाकार, निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपये डूबे

दलाल पथ स्थित बंबई शेयर बाजार में आज उस समय हाहाकार मच गया जब भारी गिरावट दर्ज करते हुए सेंसेक्स 807.07 अंक टूटकर 23,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। सेंसेक्स का यह पिछले 21 महीने का निचला स्तर होने के साथ ही छह महीने की सबसे बड़ी गिरावट है। आज की गिरावट से निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
फंसे कर्ज की मार, पीएनबी का मुनाफा 93% गिरा

फंसे कर्ज की मार, पीएनबी का मुनाफा 93% गिरा

सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) का मुनाफा 31 दिसंबर को समाप्त तीसरी तिमाही के दौरान 93.41 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 51.01 करोड़ रुपये रह गया। फंसे कर्ज (एनपीए) के एवज में ज्यादा प्रावधान किये जाने से बैंक का मुनाफा कम हुआ है।
विकास दर 5 साल में सबसे ज्यादा 7.6% रहने का अनुमान

विकास दर 5 साल में सबसे ज्यादा 7.6% रहने का अनुमान

भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था चालू वित्त वर्ष में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल कर सकती है जो पांच वर्ष की सबसे तेज विकास दर होगी। इसके साथ ही भारत इस मामले में चीन से ऊपर होगा जो नरमी से गुजर रहा है। इस तेजी में विनिर्माण और कृषि क्षेत्र का महत्वपूर्ण हाथ है जिनका प्रदर्शन अपेक्षाकृत अच्छा चल रहा है।
चर्चा: गणतंत्र की रोशनी पर बादल | आलोक मेहता

चर्चा: गणतंत्र की रोशनी पर बादल | आलोक मेहता

भारत में सूरज की पहली किरण अरुणाचल प्रदेश में दिखती है। अरुणाचल और सात पूर्वोत्तर राज्यों की सुंदरता, भोली-भाली जनता की मधुरता, शौर्य और संस्कृति की शक्ति भारत का गौरव बढ़ाती है। सुदूर अरुणाचल प्रदेश में हिंदी का पठन-पाठन और प्रयोग सबको प्रभावित करता है। अपराध संभवतः दुनिया में सबसे कम और जेल केवल प्रादेशिक व्यवस्‍था की दृष्टि से बने और कभी नहीं भरे।
फेडरल रिजर्व ने बढ़ाई ब्‍याज दर, भारत चुनौती के लिए तैयार

फेडरल रिजर्व ने बढ़ाई ब्‍याज दर, भारत चुनौती के लिए तैयार

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने 2008 के वित्तीय संकट के बाद सात साल में पहली बार ब्याज दर 0.25 फीसदी बढ़ाई है। इस बढ़ोतरी के बाद अमेरिका में ब्‍याज दरें 0.25 से 0.50 फ़ीसदी के बीच आ जाएंगे। इस फैसले को अमेरिका अर्थव्‍यवस्‍था में सुधार का संकेत माना जा रहा है और इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ सकता है। हालांकि, भारत सरकार ने कहा है कि वह इस चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
जलवायु सम्‍मेलन: ओबामा से हुई पीएम मोदी की मुलाकात

जलवायु सम्‍मेलन: ओबामा से हुई पीएम मोदी की मुलाकात

जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में हिस्सा लेने पेरिस गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा से मुलाकात की। इस मुलाकात से पहले भारतीय पवेलियन का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने एक बड़ी वैश्विक चुनौती बताते हुए कहा कि ग्लोबल वार्मिंग को सीमित करने के लिए व्यापक, न्यायसंगत और दीर्घकालिक समझौते पर सहमति के लिए दुनिया को इसे अत्यावश्यक मानते हुए काम करना होगा।
Advertisement
Advertisement
Advertisement