- आम आदमी पार्टी की शराब नीति के पाखंड का स्वराज अभियान ने किया ख़ुलासा
- शराब बिक्री केंद्रों की संख्या और कमाई में लगातार इज़ाफ़े के बावजूद शराब से नशामुक्ति पर खर्च में भारी कटौती।
-आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा 600 करोड़ के अतिरिक्त रेवेन्यू में से 1 करोड़ रुपये भी नशामुक्ति के प्रचार या अभियान पर खर्च नहीं। शराब से नशामुक्ति के प्रचार पर आप सरकार द्वारा मात्र 1.79 लाख रुपये खर्च
- नशामुक्ति के कार्यक्रम और अभियान पर केजरीवाल सरकार ने मात्र 16000 रुपये खर्च किए
-399 दुकानें खुलीं मगर एक भी नया नशामुक्ति केंद्र नहीं खुला
पंजाब में मादक पदार्थों के अवैध धंधे का सत्ता की राजनीति पर गहरा असर है। यह दोष केवल वर्तमान सत्तारूढ़ दल और सरकार का नहीं है। लगभग तीन दशकों के दौरान जहर की तस्करी और उससे होने वाली अवैध कमाई ने संपूर्ण व्यवस्था को तबाह किया। पंजाब-हरियाणा में अन्य राज्यों की तरह शराब के ठेकों से सरकारी खजाने में बड़ी आमदनी होती है। खजाना भरने के लिए ठेके और शराब की खपत बढ़ती गई। हरियाणा की स्थापना के बाद पहले तो पर्यटन स्थलों पर सरकार ने ही पब और राजमार्गों पर शराब के ठेकों को बढ़ावा दिया। फिर अति उत्साही आदर्शवादी कहलाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में शराबबंदी लागू की। लेकिन जल्द ही अवैध धंधे, जहरीली शराब से लोगों के मरने की नौबत आने पर सरकार ने फैसला बदल दिया।
बिहार में लागू शराबबंदी के बीच गोपालगंज जिले मे 13 लोगों की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई। आशंका है कि इन सभी की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। एक गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति का इलाज जिला सदर अस्पताल में जारी है।
संकटों में फंसे शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ जांच एजेंसी सीबीआई ने एक नया मामला दर्ज किया है जो भारतीय स्टेट बैंक को ।,600 करोड़ रुपये के ऋण की अदायगी में कथित गड़बड़ियों से संबंधित है।
इतना तो तय है कि फिलहाल महाराष्ट्र बिहार के रास्ते पर नहीं चल रहा है। महाराष्ट्र के वित्त मंत्री मुनगंटीवार ने शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने को लेकर इनकार कर दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता अण्णा हजारे ने महाराष्ट्र सरकार से शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
स्वामी अग्निवेश ने दोबारा से सक्रिय राजनीति में प्रवेश कर लिया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी मुहिम की प्रशंसा करने वाले स्वामी अग्निवेश ने जद यू का दामन थामा है। जद यू बिहार के बाहर शराबबंदी के जरिए अपना फैलाव करना चाहती है। लिहाजा अग्निवेश काेे पार्टी में शामिल करने के पीछे यही रणनीति हो सकती है। सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने राष्ट्रव्यापी शराब बंदी पर जोर दिया है।
उन्होंने शराब तो पी ही, नशे की झोंक में ‘अपने नेता’ नीतीश कुमार के लिए जमकर अपशब्द कहे। कोई उनका वीडियो मोबाइल में बना रहा है- इसका होश भी उन्हें नहीं रहा। वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और बिहार पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। नाम है- ललन राम। जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व विधायक। वे औरंगाबाद से 2010-2015 की अवधि में विधायक रहे।
हरियाणा में अब पियक्कड़ गौ पूजा करते नजर आएंगे। वजह है कि राज्य सरकार प्रति शराब की बोतल पर 2 रुपये गो सेवा टैक्स लगाने की तैयारी कर रही है। इससे पहले पंजाब में भी शराब की प्रत्येक बोतल पर 10 रुपये सेस लगाने की मांग की जा चुकी है।