सपा में मतभेद कम नहीं
समाजवादी पार्टी की अंदरूनी लड़ाई पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। एक के बाद एक हो रहे सियासी घटनाक्रम से यह माना जा रहा है कि पार्टी आने वाले दिनों में दो गुटों में बंटती जाएगी। जिन फैसलों पर सपा के प्रदेश अध्यक्ष मुहर लगाते हैं उन्हीं फैसलों को मुख्यमंत्री नकार देते हैं। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री जिन फैसलों पर मुहर लगाते हैं उन फैसलों को प्रदेश अध्यक्ष नकार देते हैं।