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Search Result : "शेख जायेद मस्जिद"

देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई बकरीद

देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई बकरीद

देशभर में मंगलवार को पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ ईद उल अजहा (बकरीद) का त्यौहार मनाया गया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सुबह सवेरे ईदगाहों और मस्जिदों में नमाज अदा करने के बाद पारंपरिक रीति रिवाज के साथ जानवरों की कुर्बानी दी।
पाकिस्तान: ईद की नमाज के दौरान आत्मघाती विस्फोट, 13 घायल

पाकिस्तान: ईद की नमाज के दौरान आत्मघाती विस्फोट, 13 घायल

पाकिस्तान के अपेक्षाकृत शांत दक्षिणी सिंध प्रांत में आज ईद-उल-अजहा की नमाज के वक्त एक शिया मस्जिद के बाहर दो आत्मघाती हमलावरों ने विस्फोट कर दिया। इस हमले में पांच पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 13 लोग घायल हो गए।
बाबरी मस्जिद मामले के पैरोकार 96 वर्षीय हाशिम अंसारी का निधन

बाबरी मस्जिद मामले के पैरोकार 96 वर्षीय हाशिम अंसारी का निधन

बाबरी मस्जिद मामले के मुख्य पैरोकार हाशिम अंसारी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। अंसारी ने अयोध्या के कोटिया में स्थित अपने आवास में बुधवार की सुबह 5 बज कर 30 मिनट पर अंतिम सांस ली। अंसारी 96 वर्ष के थे। उनके बेटे इकबाल अंसारी ने बताया कि उनके पिता हाशिम अंसारी बीते 6 माह से हृदय और सांस की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।
अयोध्या विवाद के सबसे बुजुर्ग पैरोकार अंसारी के निधन से समाज में दुख की लहर

अयोध्या विवाद के सबसे बुजुर्ग पैरोकार अंसारी के निधन से समाज में दुख की लहर

रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के सबसे उम्रदराज पैरवीकार हाशिम अंसारी के बुधवार को हुए निधन से मुसलमानों और हिन्दुओं समेत पूरे समाज में दुख का माहौल है। विवादित ढांचा विवाद के आखिरी मूल वादी अंसारी ने कभी भी मुद्दे को लेकर सियासत नहीं की। सारी जिंदगी मुकदमे की पैरवी में निकाल देने वाले अंसारी को समाज का हर वर्ग और तबका सम्मान की नजर से देखता था।
‘बाबरी से जुड़े मौजूदा नेता तो उसके मलबे की पैदाइश हैं’

‘बाबरी से जुड़े मौजूदा नेता तो उसके मलबे की पैदाइश हैं’

बाबरी मस्जिद-रामजन्मभूमि के सबसे उम्रदराज मुद्दई हाशिम अंसारी बेहद संजीदा व्यक्ति थे। वह ताउम्र सियासत से दूर रहे। बाबरी मस्जिद से जुड़े बाकी लोगों का कहीं न कहीं सियासत से ताल्लुक रहा है। कोई किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा है तो कोई हिंदु संस्थाओं से।
अंसारी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना से मुलाकात की

अंसारी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना से मुलाकात की

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शनिवार को मंगोलिया की राजधानी उलनबटोर में मुलाकात की और द्विपक्षीय एवं परस्पर हितों के मुद्दों पर चर्चा की।
दो बेगमों की जिद ने बांग्‍लोदश में खड़े किए मुश्किल हालात

दो बेगमों की जिद ने बांग्‍लोदश में खड़े किए मुश्किल हालात

बांग्‍लोदश के जन्‍म के समय कई लोगोें ने पाकिस्‍तान की मंशा का विरोध किया था। बांग्‍लादेश में 30 फीसदी अल्‍पसंख्‍यक हैं, जिन्‍हाेंने पाकिस्‍तान का साथ दिया था। इनमें सेना, पुलिस, नागरिक सेवक, इस्‍लामिक समूह जैसे जमात-ए-इस्‍लामी आदि शामिल थे। बांग्‍लोदश नेशनलिस्‍ट पार्टी की खालिदा जिया भी पाकिस्‍तान के पक्ष में हैं। प्रधानमंत्री और अवामी लीग की अध्‍यक्ष शेख हसीना का भारत की तरफ झुकाव है। हसीना भावुक हैं और कठोर फैसले नहीं ले पाती हैं। इन दोनों बेगमों की विचारधारा और कार्य करने का जो अंतर है, उसी में बांग्‍लादेश फंस गया है।
घाटी में वापसी पर कश्मीरी पंडितों से बात करेंगे अलगाववादी

घाटी में वापसी पर कश्मीरी पंडितों से बात करेंगे अलगाववादी

अलगाववादियों ने एक महत्वपूर्ण कदम के तहत कश्मीरी पंडितों से घाटी में उनकी वापसी पर चर्चा करने का फैसला किया है। आतंकवाद के चलते 26 साल से भी ज्यादा पहले घाटी छोड़ने को विवश हुए समुदाय को वापस लाने का अलगाववादियों का यह पहला गंभीर प्रयास है।
हिंदू आश्रमकर्मी की हत्‍या का दावा, हसीना जी आर्इएसआईएस ने अापको भी दी जानकारी

हिंदू आश्रमकर्मी की हत्‍या का दावा, हसीना जी आर्इएसआईएस ने अापको भी दी जानकारी

आईएसआईएस ने बांग्लादेश में एक हिन्दू आश्रम में काम करने वाले एक बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या की जिम्मेदारी लेने का दावा किया है। मुस्लिम बहुल इस देश में इस्लामी चरमपंथियों द्वारा धर्मनिपरेक्ष कार्यकर्ताओं और अल्पसंख्यकों की लगातार बर्बर हत्या की जा रही है। आईएसआईएस ने इस कदम से एक तरह से प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद काेे भी अपनी मौजूदगी की सूचना दी है। वााजेद नेे कहा था कि उनके यहां आईएसआईएस सक्रिय नहीं हैंं।
डेल्ही वाक्स: जायकों के लुत्फ के साथ शाहजहांबाद की गलियों की सैर

डेल्ही वाक्स: जायकों के लुत्फ के साथ शाहजहांबाद की गलियों की सैर

पुरानी दिल्ली की हर एक गली अपने आप में इतिहास समेटे हुए है। जब इन गलियों से हम गुजरते हैं तो कहीं से जायकों की खुशबू आती है तो कहीं हाथों की बेहतरीन कारीगरी का नमूना आंखों में बस सा जाता है। कभी शाहजहांबाद के नाम से मशहूर इस शहर की इसी सांस्कृतिक विरासत को समझने और नई पीढ़ी को उससे रूबरू कराने के मकसद से इंडिया सिटी वाक्स ने बुधवार को डेल्ही वाक्स का आयोजन किया।