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Search Result : "शैली यशस्वी"

शहरी मध्‍यमवर्ग महिलाओं को हार्ट की बीमारी का खतरा ज्‍यादा

शहरी मध्‍यमवर्ग महिलाओं को हार्ट की बीमारी का खतरा ज्‍यादा

देश में शहर की मध्‍यमवर्ग की महिलाओं को शहरी गरीब और ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के मुकाबले हार्ट की बीमारी होने की अधिक संभावना है। एक अध्‍ययन से यह निष्‍कर्ष सामने आया है। अध्‍ययन ने साफ संकेत दे दिए हैं कि शहरीकरण हार्ट की बीमारी की एक मुख्‍य वजह हो सकता है।
अमेरिकी गायक और गीतकार बॉब डिलेन को मिला साहित्य का नोबेल पुरस्कार

अमेरिकी गायक और गीतकार बॉब डिलेन को मिला साहित्य का नोबेल पुरस्कार

अमेरिकी गीतकार बॉब डिलेन को इस साल का नोबेल साहित्य पुरस्कार दिया जाएगा। डिलेन यह प्रतिष्ठित सम्मान हासिल करने वाले पहले गीतकार हैं। इस घोषणा ने पुरस्कार पर नजर जमाए हुए लोगों को हैरान कर दिया है।
कुंबले चाहते हैं कि कप्तान की तरह सोचें भारतीय गेंदबाज

कुंबले चाहते हैं कि कप्तान की तरह सोचें भारतीय गेंदबाज

भारतीय कोच की अपनी भूमिका में नेतृत्व शैली पर अपने निष्पक्ष विचार रखते हुए अनिल कुंबले ने आज कहा कि वह गेंदबाजों में आत्मविश्वास भरने की कोशिश करेंगे क्योंकि वह उन्हें नेतृत्वकर्ता के तौर पर विकसित करना चाहते हैं।
खिलाडि़यों पर अपना नजरिया थोपना मेरी शैली नहीं: कुंबले

खिलाडि़यों पर अपना नजरिया थोपना मेरी शैली नहीं: कुंबले

भारत के नये मुख्य कोच अनिल कुंबले ने स्वीकार किया है कि उनके काम करने की शैली में जान राइट का काफी प्रभाव है और वह युवा टीम पर अपने विचार थोपने की जगह उन्हें समझाने की कोशिश करेंगे।
मशहूर अभिनेता मनोज कुमार को दादासाहेब फाल्के सम्मान

मशहूर अभिनेता मनोज कुमार को दादासाहेब फाल्के सम्मान

मशहूर अभिनेता मनोज कुमार को साल 2015 का दादासाहेब फाल्के अवार्ड दिया जाएगा। अपनी विशिष्ट अभिनय शैली और देशभक्ति की भावना से भरी फिल्मों के लिए मनोज कुमार लाखों भारतीय दिलों पर राज करते हैं।
भाजपा में नेतृत्व की शैली पर उठने लगे सवाल

भाजपा में नेतृत्व की शैली पर उठने लगे सवाल

भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने पार्टी के संस्थापक सदस्य को अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। तब पार्टी के संस्थापक सदस्य ने कहा कि, 'कुछ मत बोलो बहुत टेरर है।’ विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक यह कटाक्ष भाजपा के मौजूदा नेतृत्व को लेकर था और जब पार्टी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार की चिट्ठी सामने आई तो इस 'टेरर’ का अंदाजा लगाया जा सकता है।
प्रकृति के साथ अवसाद की न हो बात

प्रकृति के साथ अवसाद की न हो बात

स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो प्राकृतिक माहौल में सैर करने से अवसाद से दूर रहा जा सकता है। जो लोग अवसाद में रहते हैं और शहरी इलाकों या बहुत भीड़ वाली जगह पर रहते हैं या ऐसी ही जगहों पर सैर करते हैं उन्हें सलाह है कि प्रकृति के थोड़ा करीब जाएं।
निखर रही है खादी

निखर रही है खादी

जो न बदले वह फैशन ही क्या। पल-पल बदलती शैली ही फैशन की असली ताकत है। खादी आजादी की लड़ाई के वक्त से जनता के बीच लोकप्रिय है। पर इसे जनप्रिय बनाने के लिए समय-समय पर बदलाव करने पड़ते हैं। फैशन के इस दौर में खादी भी निखर रही है, संवर रही है।
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