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Search Result : "श्रीजीत मुखर्जी"

प्रणब मुखर्जी ने पशुपतिनाथ मंदिर में की विशेष पूजा

प्रणब मुखर्जी ने पशुपतिनाथ मंदिर में की विशेष पूजा

नेपाल की यात्रा पर आए राष्टपति प्रणब मुखर्जी ने बागमती नदी के किनारे बने पांचवीं सदी के प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल पशुपतिनाथ मंदिर में आज यहां विशेष पूजा की।
सत्यार्थी शुरू करेंगे ‘करुणा का वैश्वीकरण’

सत्यार्थी शुरू करेंगे ‘करुणा का वैश्वीकरण’

पूरी दुनिया के हाशिए पर के बच्चों के लिए समाज के ऐसे तबके ने आवाज उठाने का फैसला किया है जिनकी अपनी खास पहचान है। अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्टतम कार्य के लिए दुनिया के सर्वोच्च सम्मान नोबेल पुरस्कार से नवाजे गए ये लोग एक मंच पर आकर समाज के इस वंचित तबके के हक की न सिर्फ आवाज उठाएंगे बल्कि इनके लिए कुछ ठोस करने का भी प्रयास करेंगे।
दिवाली पर प्रकाशमय हुआ पूरा देश, लोगों में जश्न का माहौल

दिवाली पर प्रकाशमय हुआ पूरा देश, लोगों में जश्न का माहौल

देश भर में आज प्रकाश का पर्व पूरे हर्षोल्लास और परंपरा के साथ मनाया जा रहा है। शाम होते ही मकान और इमारतें रौशनी में नहा उठीं और आसमान में आतिशबाजियां गूंजने लगीं। लोगों ने मिठाइयों और दूसरे उपहारों के साथ एक दूसरे को शुभकमानाएं दीं।
दुर्गा पूजा पर प्रणब ने स्वच्छता अभियान के लिए लोगों को किया प्रेरित

दुर्गा पूजा पर प्रणब ने स्वच्छता अभियान के लिए लोगों को किया प्रेरित

राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोगों से स्वच्छता अभियान के लिए संकल्प लेने का सोमवार को आवहान किया। राष्‍ट्रपति पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला स्थित अपने पैतृक स्थान किरणाहार में एक सभा को संबोधित कर रहे थे।मुखर्जी ने इससे पहले दिन में श्लोक पढ़े और मां दुर्गा की पूजा की। मुखर्जी इंटेंसिव खादी एवं ग्रामीण विकास केंद्र की ओर से आयोजित निर्मल बीरभूम और मिशन निर्मल बांग्ला कार्यक्रम में बोल रहे थे।
रिटायर होने के बाद प्रणव दा राष्ट्रपति भवन से सिर्फ निजी किताबें ले जाएंगे

रिटायर होने के बाद प्रणव दा राष्ट्रपति भवन से सिर्फ निजी किताबें ले जाएंगे

राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी रिटायरमेंट की तैयारियों में जुटे हैं। जब वे राष्ट्रपति चुने गए थे, तब उन्होंने राष्ट्रपति भवन जाने के पहले कहा था कि वे राजनीतिक जीवन की सरगर्मियों को मिस कर रहे हैं। अब बतौर राष्ट्रपति कार्यकाल खत्म होने के बाद के जीवन के लिए चुपचाप तैयारी कर रहे हैं। राष्ट्रपति भवन के बाद उनका अगला ठिकाना 34, एपीजे अब्दुल कलाम रोड होगा। वहां वे अपनी पुरानी किताबें ले जाएंगे। बाकी चीजें वे राष्ट्रपति भवन के संग्रहालय के लिए छोड़ देंगे।
राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद मुखर्जी का नया पता होगा 34, एपीजे अब्दुल कलाम रोड

राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद मुखर्जी का नया पता होगा 34, एपीजे अब्दुल कलाम रोड

राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद प्रणब मुखर्जी का नया आशियाना दिवंगत पूर्व लोकसभा स्पीकर पी ए संगमा को आवंटित बंगला हो सकता है। शहरी विकास मंत्रालय ने उस बंगले में रह रहे संगमा के बेटे और लोकसभा सासंद कॉनराड से उसे छोड़ने का अनुरोध किया है। राष्ट्रपति मुखर्जी का कार्यकाल अगले साल जुलाई में समाप्त हो रहा है।
महाभारत की द्रौपदी रूपा गांगुली राज्यसभा के लिए मनोनीत

महाभारत की द्रौपदी रूपा गांगुली राज्यसभा के लिए मनोनीत

अभिनेत्री और भारतीय जनता पार्टी की सदस्य रूपा गांगुली को आज राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया। रूपा ने लोकप्रिय धारावाहिक महाभारत में द्रौपदी का किरदार अदा किया था।
तीन दिन के उत्तराखंड प्रवास पर देहरादून पहुंचे राष्ट्रपति मुखर्जी

तीन दिन के उत्तराखंड प्रवास पर देहरादून पहुंचे राष्ट्रपति मुखर्जी

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अपने तीन दिन के उत्तराखंड प्रवास पर आज देहरादून पहुंचे। इस प्रवास के दौरान वह भगवान शिव के धाम केदारनाथ जाने के अलावा हरिद्वार में गंगा आरती में भी हिस्सा लेंगे।
‘कमजोर तबकों के मौलिक अधिकार सुनिश्चित हों’

‘कमजोर तबकों के मौलिक अधिकार सुनिश्चित हों’

मुस्लिम, ईसाई और दलित संगठनों ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से अनुरोध किया है कि वह कमजोर तबकों के लोगों की संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने में प्रभावी भूमिका निभाएं। इन समुदायों का कहना है कि केंद्र मे एनडीए सरकार और कुछ राज्यों में भाजपा सरकारों के आने के बाद से बड़े पैमाने पर इस समुदायों के मौलिक अधिकारों का हनन हुआ है।
अंसारी की कि‍ताब नागरिकों को जिम्‍मेदारियों से अवगत कराएगी : मुखर्जी

अंसारी की कि‍ताब नागरिकों को जिम्‍मेदारियों से अवगत कराएगी : मुखर्जी

राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को राष्‍ट्रपति भवन में उप राष्‍ट्रपति मोहम्‍मद हामिद अंसारी की पुस्‍तक सिटीजन एंड सोसायटी का विमोचन किया। किताब में अंसारी ने देश में विभिन्‍न थीमों पर दिए गए अपने लेक्‍चरों को शामिल किया है। राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वह कई किताबों को भेंट स्‍वरुप पाते हैं। लेकिन यह पुस्‍तक उनके लिए विशेष तौर पर खास है क्‍योंकि इसको महान भारत के उप राष्‍ट्रपति मोहम्‍मद अंसारी ने लिखी है, जो एक प्रबुद़ध विद़वान और सचेत नागरिक के रुप में समूचे देश में शुमार हैं।
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