हिंदी समाचार चैनल एनडीटीवी इंडिया पर केंद्र द्वारा एक दिन का प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच आज वाकयुद्ध तेज हो गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि यह देश की सुरक्षा के हित में है जबकि विपक्ष का कहना है कि यह कार्रवाई दूसरे आपातकाल की ओर ले जाएगी।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने हिंदी समाचार चैनल एनडीटीवी इंडिया पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर केन्द्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आज कहा कि लोकतंत्र पर भारी हमला हुआ है और देश तानाशाही की ओर जा रहा है।
मुख्यमंत्री के रूप में अपनी कैबिनेट से चाचा शिवपाल सिंह यादव सहित चार मंत्रिायों को बर्खास्त कर चुके अखिलेश यादव ने आज कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि उनके हाथ में तलवार थमायी जाए और फिर कहा जाए कि वह उसे चलायें नहीं।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह में शिरकत करने लखनऊ आए राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को मजबूत करने आए हैं और भाजपा को यहां से भगा देंगे।
समाजवादी पार्टी के रजत जयंति समारोह में पूरा समाजवादी कुनबा एक मंच पर इकट्ठा हुआ है। पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल के बीच जारी गतिरोध भी समारोह के दौरान खत्म होता नजर आ रहा है। समारोह को संबोधित करते हुए शिवपाल ने कहा कि मुझे सीएम नहीं बनना है अखिलेश मांगेगे तो खून भी दे दूंगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का विकास रथ शुरू होने से कुछ ही देर बाद तकनीकी खराबी की वजह से रूक गया। कुछ देर तक मुख्यमंत्री ने इंतजार किया लेकिन रथ ठीक नहीं हुआ उसके बाद आगे की यात्रा उन्होने कार से शुरू कर दिया।
उत्तर प्रदेश के समाजवादी कुनबे में वर्चस्व की जंग चरम पर पहुंचने के बाद अब दोनों धड़े शक्ति प्रदर्शन की तैयारियों में जुटे हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जहां तीन नवंबर को रथ यात्रा निकालने जा रहे हैं, वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी के तौर पर देखे जा रहे उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव पांच नवंबर को सपा के रजत जयन्ती समारोह को मेगा पोलिटिकल शो बनाने की तैयारियों में पूरा जोर लगा रहे हैं।
हमेशा एक साथ त्योहार मनाने वाला सैफई का समाजवादी परिवार इस बार बिखरा बिखरा नजर आया। सियासी कलह का असर इतना दिखा कि एक साथ आना तो दूर, परिवार के लोगों ने एक दूसरे के सामने आने तक से परहेज किया।
छह हजार लड़कियांं एक साथ- एक जगह पर आत्मरक्षा के गुण सीख रही थी। जैसे ही इनका ट्रेनिंग कार्यक्रम समाप्त हुआ हर कोई दंग रह गया। आत्मरक्षा के गुण सीख रही इन लड़कियों का नारा था मेरी रक्षा मेरे हाथ।