राज्य के पर्यटन मंत्री मनोहर अजगांवकर ने बताया, 'समुद्र तट को साफ रहना चाहिए और वहां कुछ भी अवैध नहीं होना चाहिए। इसके लिए हमने लोगों को वहां शराब पीने से मना किया है।'
उत्तर प्रदेश की विधानसभा में मिला संदिग्ध पाउडर विस्फोटक नहीं था। इसका खुलासा आगरा फॉरेंसिक लैब की जांच के बाद सामने आई एक्सप्लोसिव रिपोर्ट में हुआ है। आगरा लैब में जांच से पहले राज्य सरकार की तरफ से बताया गया था कि विधानसभा में मिला संदिग्ध पाउडर PETN विस्फोटक है।
एक तरफ कई राज्य सरकारें शराबबंदी पर जोर दे रही हैं तो दूसरी तरफ यूपी में जहरीली शराब से हुई मौतों ने सरकार की नीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आजमगढ़ व लखनऊ में जहरीली शराब पीने से 23 लोगों की मौत हो चुकी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम के निर्देश पर डीएम ने थानाध्यक्ष रौनापर, इलाके के सब इंस्पेक्टर समेत तीन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है तथा मजिस्ट्ररियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। सवाल यह है कि क्या निलंबन और जांच से मृतकों के परिजनों को न्याय मिल पाएगा और क्या इस तरह का गोरखधंधा बिना पुलिस की मिलीभगत के संभव है। सरकार क्या भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगा पाएगी।