मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ओबामा ने दोनों देशों के बीच बातचीत के तरीके में एक नई विधि जोड़ दी है जिसके कारण अब आपसी विवाद के विषयों पर बातचीत करने में भी कोई हिचक नहीं रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यात्रा से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत आना दोनों मुल्कों के बीच पारंपरिक रिश्तों के नवीनीकरण के तौर पर देखा जा रहा है। भारत और रूस के बीच एक दर्जन से अधिक समझौतों पर सहमति बनी।