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Search Result : "सरकारी मीडिया"

व्यवस्था की विकलांगता ही चुनौतीः केदार

व्यवस्था की विकलांगता ही चुनौतीः केदार

जब वह मेरे दफ्तर मिलने के लिए आए तो अचानक ही लगा कि मेरा दफ्तर भी विकलांग व्यक्ति के लिए कितना असुविधाजनक है। वह हथेलियों में हवाई चप्पल पहने हुए पूरी सहजता और जबर्दस्त आत्मविश्वास के साथ दफ्तर में आ चुके थे। तकरीबन लपकते हुए वह कुर्सी की ओर बढ़े।
टि्वटर पर झगड़े चेतन भगत और टि्वंकल

टि्वटर पर झगड़े चेतन भगत और टि्वंकल

टि्वंकल खन्ना को लेखक चेतन भगत का नच बलिए टीवी शो में जज बनना बिलकुल रास नहीं आया। उन्होंने अपनी भावनाएं भी नहीं छुपाईं और टि्वटर पर इसका इजहार भी कर दिया। चेतन ने पहले तो लोहा लेने की कोशिश की लेकिन आखिरकार उन्हें हार माननी ही पड़ी
एवरेस्ट पर फिर आपदा

एवरेस्ट पर फिर आपदा

भूकंप ने नेपाल की अर्थव्यवस्था की रीढ़ समझे जाने वाले एवरेस्ट की कमर पर चोट की। ठीक एक साल बाद एवरेस्ट को फिर से आपदा ने घेरा। पिछली बार की ही तरह इस बार भी एवरेस्ट की चढ़ाई के चरम सीजन के दौरान आई आपदा दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को गिरफ्त में लेने वाली अब तक की सबसे भयानक आपदा हो गई है।
सीमेंट के विज्ञापन में मॉडल बनीं मजदूर

सीमेंट के विज्ञापन में मॉडल बनीं मजदूर

अल्ट्राटेक सीमेंट का विज्ञापन दिखाना चाहता है कि उनकी सीमेंट से कैसी खूबसूरत इमारतें बनती हैं। इस खूबसूरती को दिखाने के लिए लगता है इस उत्पाद के विज्ञापन बनाने वालों को लगा होगा कि केवल खूबसूरत लोग ही खूबसूरत चीजें बना सकते हैं। खूबसूरती का अतिरेक दिखाता यह विज्ञापन मजदूरों का एक तरह से अपमान है
मोटर स्‍पोर्ट्स को मिली सरकारी मान्‍यता

मोटर स्‍पोर्ट्स को मिली सरकारी मान्‍यता

सरकार ने मोटर स्पोर्ट्स को एक खेल के रूप में मान्यता देते हुए इससे जुड़े संगठन फेडरेशन ऑफ मोटर स्पोर्ट्स क्लब्स् ऑफ इंडिया (एफएमएससीआई) को मान्यता प्राप्‍त राष्‍ट्रीय खेल संघों की सूची में शामिल कर लिया है। सरकार ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब देश में फाॅर्मूला वन रेस को वापस लाने की कोशिशें की जा रही हैं। टैक्‍स और सरकारी बाधाओं की चलते ग्रैड प्री का आयोजन स्‍थगित होने के बाद सरकार पर मोटर स्‍पोर्ट्स को बढ़ावा देने का दबाव बढ़ रहा था। जिसके मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।
गजेंद्र की खुदकुशी पर सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा

गजेंद्र की खुदकुशी पर सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा

देश की संसद से महज चंद किलोमीटर दूर जंतर-मंतर पर राजस्थान के किसान गजेंद्र सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। तंगहाली और गरीबी से तंग गजेंद्र की मौत का तमाशा देखते रहे सभी। हजारों की तादाद में वहां लोग और पुलिसक्रमी मौजूद थे। सभी ने गजेंद्र को पेड़ पर चढ़ते हुए देखा और आत्महत्या की तैयारी करते हुए भी। देखते ही देखते गजेंद्र फंदे से झूल गया और चंद सेकेंड में उसके प्राण पखेरू उड़ गए। उस वक्त आप के तमाम बड़े नेता मंच पर मौजूद थे लेकिन भाषणबाजी का सिलसिला जारी रहा। सोशल मीडिया पर इस शर्मनाक घटना को लेकर जहां नेता, किसानों की बरबाद फसलों और मौतों पर अपनी रोटियां सेंक रहे हैं वहीं आम इंसान गजेंद्र की आत्महत्या से बेहद गुस्से में है।
पिपली लाइवः दिल्ली में किसान की जान के मायने

पिपली लाइवः दिल्ली में किसान की जान के मायने

शर्म इनको नहीं आती। एक किसान ने अपनी जान दी। उसने किस गहरे नैराश्य में डूबकर अपनी जिंदगी को फांसी लगाई, इस पर चर्चा करने के बजाय बाकी सारे पहलुओं पर बात पूरी बेहयायी के साथ बैटिंग चल रही है। किसान अपनी जेब में अपनी व्यथा की जो छोटी सी पुर्जी लेकर चल रहा था, वैसी ही पुर्जी लाखों किसानों ने आत्महत्या करने से पहले अपने दिलों में लिखी होगी।
कारण बताओ नोटिस को योगेंद्र यादव ने मजाक बताया

कारण बताओ नोटिस को योगेंद्र यादव ने मजाक बताया

पार्टी से निष्कासन निकट होने के साथ आप के बागी नेता योगेंद्र यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया के जरिए पार्टी पर हमला बोलते हुए उन्हें मिले कारण बताओ नोटिस को मजाक करार दिया।
अडानी-मोदीः तू जहां-जहां चलेगा....

अडानी-मोदीः तू जहां-जहां चलेगा....

विदेशी दौरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उद्योगपति गौतम अडानी को अक्सर देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर किस प्रकार लोग इसपर चुटकियां ले रहे हैं।
राहुल वापसी के बजाय जमीन वापसी पर चर्चा बेहतर होगी

राहुल वापसी के बजाय जमीन वापसी पर चर्चा बेहतर होगी

मीडिया, खासकर इलेक्ट्रॉनिक ‌मीडिया आज दिनभर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की 56 दिनों की छुट्टी के बाद दिल्ली वापसी की खबरों को लेकर जितना व्यग्र था उतना तो शायद कांग्रेस अध्यक्ष भी पार्टी के भविष्य को लेकर न रही होगी।
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