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सपा के आठ उम्मीदवार निर्विरोध बने एमएलसी

सपा के आठ उम्मीदवार निर्विरोध बने एमएलसी

उत्तर प्रदेश में आगामी तीन मार्च को होने वाले विधानपरिषद के चुनाव से पहले ही आठ उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं। गुरूवार को पर्चा वापिसी का दिन था और नामांकन वापिसी के बाद विजयी उम्मीदवारों की घोषणा की गई। सभी निर्विरोध उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के हैं।
राम मंदिर पर कोर्ट के फैसले के बाद निर्णय लेगी सरकार: कलराज

राम मंदिर पर कोर्ट के फैसले के बाद निर्णय लेगी सरकार: कलराज

केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र का कहना है कि सरकार राम मंदिर मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ अपील पर उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के बाद मंदिर निर्माण के संबंध में कोई फैसला करेगी।
विधानपरिषद के टिकट में सपा ने दी युवाओं को तरजीह

विधानपरिषद के टिकट में सपा ने दी युवाओं को तरजीह

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने ‌अगले माह होने वाले विधानपरिषद के चुनाव के लिए टिकट देने में युवाओं को तरजीह दिया है। इतना ही नहीं हाल में पार्टी से निष्कासित दो युवा नेता सुनील सिंह साजन और आनंद भदौरिया को भी टिकट देकर यह जता दिया है कि इन लोगों को गलत आरोपों में निष्कासित कर दिया गया था।
ट्रेन में छेड़छा़ड़ के आरोपी जदयू विधायक गिरफ्तार, मिली जमानत

ट्रेन में छेड़छा़ड़ के आरोपी जदयू विधायक गिरफ्तार, मिली जमानत

डिब्रुगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में गत रविवार को एक दंपति के साथ कथित दुर्व्यवहार मामले में जदयू के निलंबित विधायक सरफराज आलम को दो अन्य लोगों के साथ आज गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में विधायक सहित अन्य दोनों आरोपियों को सशर्त जमानत मिल गई।
रामदरश मिश्र की कहानी - साढ़ेसाती

रामदरश मिश्र की कहानी - साढ़ेसाती

सन 1951 में पहला काव्य संग्रह पथ के गीत का प्रकाशन। तब से निरंतर रचना कर्म में सक्रीय। आग की हंसी के लिए सन 2015 का साहित्य अकादमी सम्मान। कविता, उपन्यास, कहानी, ललित निबंध, आत्मकथा, आलोचना, यात्रावृत्तांत, डायरी, समीक्षा, संस्मरण आदि सभी विधाओं में लेखन। दयावती मोदी कवि शेखर सम्मान, शलाका सम्मान, महापंडित राहुल सांकृत्यायन सम्मान, व्यास सम्मान सहित कई पुरस्कार एवं सम्मान।
मैं काल्पनिक नहीं प्रामाणिक पर भरोसा करता हूं-रामदरश मिश्र

मैं काल्पनिक नहीं प्रामाणिक पर भरोसा करता हूं-रामदरश मिश्र

गीत, कविता, कहानियां, गजल, निबंध हर विधा में रामदरश मिश्र ने अपनी कलम चलाई है। वह नामी साहित्यकार से पहले संवेदनशील, उदार, स्नेहशील, सहज और सहृदयी व्यक्तित्व के स्वामी हैं। सन 2015 का साहित्य अकादमी पुरस्कार उनकी पुस्तक आग की हंसी के लिए देने की घोषणा हुई है। इस मौके पर साहित्य अकादमी, दिल्ली, के सभागार रामदरश मिश्र जी ‘लेखक से मिलिए’ कार्यक्रम में अपने पाठकों, प्रशंसकों से रूबरू हुए।
सपा ने विधायक को किया सस्पेंड, धर्मेन्द्र की बहन को टिकट

सपा ने विधायक को किया सस्पेंड, धर्मेन्द्र की बहन को टिकट

समाजवादी पार्टी ने बागियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए अपने एक विधायक को सस्पेंड कर दिया है जबकि जिला पंचायत चुनाव में पार्टी सांसद धर्मेन्द्र की बहन को टिकट दिया गया है।
अपनों पर हुई कार्रवाई से क्यों रुठ गए अखिलेश

अपनों पर हुई कार्रवाई से क्यों रुठ गए अखिलेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पिछले 18 सालों से चले आ रहे सैफई महोत्सव के उद्घाटन समारोह में पहली बार नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं महोत्सव के दूसरे दिन क्रिकेट मैच के उद्घाटन समारोह में भी नहीं पहुंचकर अखिलेश ने अपनी नाराजगी का इजहार कर दिया।
विवेक मिश्र को आर्य स्मृति सम्मान

विवेक मिश्र को आर्य स्मृति सम्मान

16 दिसंबर की शाम हिंदी भवन, दिल्ली में किताबघर प्रकाशन के संस्थापक पं. जगत राम आर्य के जन्मदिन पर कथाकार विवेक मिश्र को उनके उपन्यास ‘डॉमनिक की वापसी’ के लिए ‘आर्य स्मृति साहित्य सम्मान 2015’ प्रदान किया गया। यह सम्मान हर साल साहित्य की किसी एक विधा को प्रकाशन के संस्थापक श्री जगत राम आर्य की स्मृति में दिया जाता है। इस बार उपन्यास विधा की पांडुलिपियां आमंत्रित की गई थीं। तीन सदस्य के निर्णायक मंडल, असगर वजाहत, प्रताप सहगल तथा अखिलेश ने विवेक मिश्र के उपन्यास ‘डॉमनिक की वापसी’ को इस सम्मान के लिए चुना।
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