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Search Result : "सामाजिक-आर्थिक विकास"

पंचायतों को सीधे फंड मिलेंगेः तोमर

पंचायतों को सीधे फंड मिलेंगेः तोमर

दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में देश की सभी ग्राम पंचायतों के प्रधान एक मंच पर आए और उन्होंने केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के सामने अपनी समस्याएं रखीं। यह आयोजन अखिल भारतीय प्रधान संगठन की ओर से किया गया था। देश के ग्राम प्रधानों का यह एक गैर सरकारी संगठन है।
भारत के हेल्‍थ सेक्‍टर में अधिक निवेश होगा तभी विकास बरकरार रहेगा : डब्ल्यूएचओ

भारत के हेल्‍थ सेक्‍टर में अधिक निवेश होगा तभी विकास बरकरार रहेगा : डब्ल्यूएचओ

विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि भारत को सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा में और अधिक निवेश करना चाहिए तथा अवसंरचना एवं मानव संसाधन समेत सभी पहलुओं पर गौर करते हुए त्वरित स्वास्थ्य आपूर्ति प्रणाली का निर्माण करना चाहिए। इसमें ग्रामीण इलाकों पर विशेष तौर पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
राहुल के पास इटालियन चश्मा, इसलिए नहीं दिख रहा देश का विकास : अमित शाह

राहुल के पास इटालियन चश्मा, इसलिए नहीं दिख रहा देश का विकास : अमित शाह

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पास इटालियन चश्मा है इसलिए राजग सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्य उन्हें नहीं दिख रहे हैं।
‘’कोई धर्म हिंसा और वैमनस्य को स्वीकृति नहीं देता’’

‘’कोई धर्म हिंसा और वैमनस्य को स्वीकृति नहीं देता’’

‘धर्म न केवल मनुष्य बल्कि प्राणिमात्र की एकता और सौहार्द्र की सीख देते हैं। अहिंसा और प्रेम हर धर्म के मूल में हैं। समाज का कोई भी धर्म हिंसा और वैमनस्य को स्वी‌कृ‌ति नहीं देता।’ सद्भावना सेवा संस्‍थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के तत्वावधान में हुए “सामाजिक, धार्मिक परिदृश्यः परिवर्तन और जिम्मेदारियां” विषयक सेमिनार में आए विचारों का लब्बोलुआब करीब-करीब यही था।
सामाजिक परिवर्तन में हमारी जिम्मेदारियों के मद्देनजर राष्ट्रीय संगोष्ठी नौ दिसंब

सामाजिक परिवर्तन में हमारी जिम्मेदारियों के मद्देनजर राष्ट्रीय संगोष्ठी नौ दिसंब

नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटैट सेंटर के गुलमोहर हॉल में सद्भावना सेवा संस्थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 9 दिसंबर, गुरुवार को किया जा रहा है। विषय है- ‘सामाजिक-धार्मिक परिदृश्य - सामाजिक परिवर्तन और जिम्मेदारियां।’
बिना शिक्षक चल रहे हैं मध्य प्रदेश के 5000 स्कूल

बिना शिक्षक चल रहे हैं मध्य प्रदेश के 5000 स्कूल

भारतीय जनता पार्टी हमेशा यह दावा करती है कि उसके शासित राज्यों में शासन व्यवस्‍था बहुत अच्छी है मगर यह दावा कम से कम मध्य प्रदेश के पैमाने पर खरा नहीं उतरता। मध्य प्रदेश के करीब 5 हजार सरकारी स्कूल आज भी ऐसे हैं, जहां छात्र तो हैं मगर शिक्षक नहीं हैं।
राष्ट्रगान पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से याचिकाकर्ता संतुष्ट

राष्ट्रगान पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से याचिकाकर्ता संतुष्ट

देशभर के सिनेमाघरों में फिल्म दिखाने से पहले राष्ट्रगान जरूर बजाने और इस दौरान लोगों को सम्मान स्वरूप खड़ा होने के शीर्ष अदालत द्वारा कल दिये गये निर्णय पर भोपाल के याचिकाकर्ता एवं इंजीनियर से सामाजिक कार्यकर्ता बने श्याम नारायण चौकसे ने संतोष व्यक्त किया है।
लोग यूपी का इस्तेमाल पीएम की कुर्सी तक पहुंचने के लिए करते हैं- अखिलेश यादव

लोग यूपी का इस्तेमाल पीएम की कुर्सी तक पहुंचने के लिए करते हैं- अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि देश में दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही होकर जाता है। यानी केंद्र में उसी की सरकार बनेगी जिसको उत्तर प्रदेश में बड़ी सफलता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि लोग उत्तर प्रदेश का इस्तेमाल प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने के लिए करते हैं। जब प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी तो उसका देश पर अपने आप असर पड़ेगा।
पीएम मोदी चाहे कुछ बोलें : अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों का अनुमान, विकास घटेगा

पीएम मोदी चाहे कुछ बोलें : अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों का अनुमान, विकास घटेगा

देश में मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के करीब 15 दिनों के बाद अब अंतरराष्ट्रीय आर्थिक एजेंसियां सुर बदलते हुए विकास दर घटने का अनुमान लगाने लगी है। हालांकि मोदी सरकार इस बात पर अब भी रजामंद नहीं हो रही है कि नोटबंदी से अर्थव्‍यवस्‍था को किसी तरह का नुकसान होगा। लेकिन इससे उलट अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां मोदी सरकार के इस सकारात्‍मक पक्ष को नहीं मान रही हैंं।
देश में फिल्मकारों के लिए अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है: प्रकाश झा

देश में फिल्मकारों के लिए अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है: प्रकाश झा

अहम सामाजिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर आधारित फिल्म बनाने वाले निर्देशक प्रकाश झा का कहना है कि इस देश में पूरी तरह से राजनीतिक फिल्म बनाना असंभव है, क्योंकि यहां अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है।
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