सोनी टीवी पर दिखाए जा रहे विवादित सीरियल ‘पहरेदार पिया की’ पर प्रसारण सामग्री शिकायत परिषद (बीसीसीसी) ने सख्त रुख अपनाया है। बीसीसीसी ने आज एक बैठक के बाद चैनल को निर्देश दिया है कि वह इस सीरियल को रात दस बजे वाले स्लॉट में दिखाए।
मुंबई में 1993 में हुए सीरियल ब्लास्ट के दोषी मुस्तफा दौसा की बुधवार को मौत हो गयी। मुस्तफा को सुबह सीने में दर्द की शिकायत के बाद हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। बताया जा रहा है कि मुस्तफा को हाइपरटेंशन और डायबिटीज की शिकायत थी।
साल 1993 के सीरियल बम विस्फोट मामले में मुंबई की विशेष टाडा कोर्ट ने आज बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने इस मामले में अबू सलेम को मुख्य साजिशकर्ता माना है। कोर्ट ने साथ ही, मुस्तफा और मोहम्मद दोसा, फिरोज राशिद खान, करीमुल्ला शेख, ताहिर मर्चेंट को भी इस मामले में दोषी करार दिया है। वहीं, एक आरोपी अब्दुल कय्यूम को अदालत ने बरी कर दिया है।
2007 में अजमेर दरगाह में हुए बम विस्फोट मामले में एनआईए की विशेष अदालत ने दोषी पाए गए भवेश पटेल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता देवेंद्र गुप्ता को उम्रकैद की सजा सुनाई है।
पटियाला हाउस कोर्ट ने आज दिल्ली के बारह साल पुराने सीरियल बम ब्लास्ट मामले में फैसला सुनाते हुए आरोपी तारिक अहमद डार को दोषी करार दिया जबकि दो अन्य आरोपियों मोहम्मद हुसैन फाजिल और मोहम्मद रफीक शाह को बरी कर दिया।
यूनीसेफ इंडिया और बीबीसी मीडिया एक्शन इंडिया ने मंगलवार को सामाजिक बदलाव के संदेश को समेटे किशोरों पर आधारित एक टी.वी सीरियल का शुभारंभ किया। इस सीरियल के कथानक में किशोरों की समस्याओं और उनके खिलाफ कोशोरों के खड़े होने को बेहद ही रोचक तरीके से पेश किया गया है।
वर्ष 2006 के मुंबई लोकल ट्रेन धमाकों के मामले में अभियोजन पक्ष ने 8 दोषियों को मृत्युदंड और चार अन्य के लिए आजीवन कारावास की मांग की है। इस मामले में अदालत ने 30 सितंबर तक फैसला सुरक्षित रखा है।
मुंबई लोकल ट्रेनों में विस्फोट कर 188 लोगों की जान लेने वाले 12 लोगों को नौ साल बाद मकोका अदालत ने दोषी ठहराया। फैसला सुनाते हुए मकोका न्यायाधीश यतिन डी शिन्दे ने मामले में 12 आरोपियों को दोषी ठहराते हुए एक अन्य आरोपी अब्दुल वाहिद शेख को बरी कर दिया।