मुजफ्फरनगर दंगे के मामले में अदालत में नहीं पेश होने पर एक स्थानीय अदालत ने केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान समेत भाजपा के कई नेताओं के विरुद्ध जमानती वारंट जारी किया।
देश के सभी कोनों से, सभी भाषाओं में एक ही आवाज उठ रही है। यह अपने आप में ऐतिहासिक परिघटना है। इससे पहले इस देश में इतने बड़े पैमाने पर लेखकों-साहित्यकारों-रंगकर्मियों ने एक साथ एक ही मुद्दे पर मिलकर आवाज नहीं उठाई थी। वे सब अलग-अलग राज्यों से, अपनी-अपनी भाषाओं में एक ही स्वर बोल रहे हैं।
सांप्रदायिक राजनीति, अभिव्यक्ति की आजादी पर बढ़ते हमलों और बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने का सिलसिला तेज होता जा रहा है। अब तक विभिन्न भाषाओं के करीब 15 साहित्यकार पुरस्कार लौटा चुके हैं।
आजादी पर हमले के विरोध में साहित्यकारों का लगातार साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाना जारी है। यह सिलसिला पंजाब में भी शुरू हो चुका है। गुरुबचन भुल्लर, अजमेर सिंह औलख, आत्मजीत सिंह और कैनेडा में रह रहे वरियाम संधू पहले ही साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने का ऐलान कर चुके हैं।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे ट्वेंटी-20 मैच में भारतीय टीम के घटिया प्रदर्शन के कारण तीन मैचों की शृंखला तो गंवानी ही पड़ी, उग्र दर्शकों के शर्मनाक व्यवहार ने भी भद्रजनों के इस खेल को शर्मसार कर दिया। भारतीय टीम महज 17.2 ओवर में 92 रन बनाकर सिमट गई। दक्षिण अफ्रीका ने इस आसान लक्ष्य को छह विकेट और 17 गेंद रहते हासिल कर लिया।
युवा व्यंग्यकार और पत्रकार अनुज खरे ने आज के समय पर करारी चोट करते हुए एक नाटक लिखा, नौटंकी राजा। नाटक राजनीतिक, सामाजिक और लोकतांत्रिक मूल्यों में हो रहे पतन पर बहुत गहरे तरीके से अपनी बात रखता है। इस नाटक की सबसे बड़ी खासियत रही हंसी-हंसी में बड़ी बात को आसानी से कह देना। पिछले दिनों, पंचानन पाठक नाट्य समारोह के तहत एलटीजी ऑडिटोरियम में इस व्यंग्य नाटक का मंचन हुआ।
देश भर में शहीद भगत सिंह की 108वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस पूर्व संध्या पर पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी ने आत्मानंद पार्क में 170 फुट की ऊंचाई पर लगे राज्य के सबसे ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज को फहराया।
बिहार विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए भारतीय जनता पार्टी की तरफ से लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे दिग्गज नेता स्टार प्रचारक होंगे। पार्टी ने मंगलवार को अपने 40 स्टार प्रचारकों के नामों की सूची चुनाव आयोग को सौंपी है।
भोपाल में चल रहे 10वें विश्व हिंदी सम्मेलन में साहित्यकारों और साझी संस्कृति की अवहेलना पर बड़े सवाल उठ रहे हैं। वरिष्ठ कवि सरकारी रवैये की कड़ी आलोचना करते हुए, इसे हिंदी भाषा का अपमान और हिंदू सम्मेलन की संज्ञा देते है
विवादों के बीच भोपाल में शुरू हुआ 10वां विश्व हिंदी सम्मेलन बगैर कोई छाप छोड़े समाप्त हो गया। पूरे कार्यक्रम के आयोजन में इसके उद्घाटन और समापन पर ही आयोजकों का सारा फोकस था। पर उसके बावजूद कार्यक्रम पूरी तरह से अपने उद्देश्यों से दिशाहीन होकर समाप्त हो गया। विवादों का ही असर हुआ जिसके चलते सदी के महानायक अमिताभ बच्चन इसके समापन समारोह में अपने पहले से तय कार्यक्रम के बावजूद नहीं आए।