![चर्चाः सिंहासन पर बैठ कांव कांव | आलोक मेहता](https://outlookhindi-assets.s3.ap-south-1.amazonaws.com/public/uploads/article/gallery/7004fd08fe8011ca4b797db6c48c6359.jpg)
चर्चाः सिंहासन पर बैठ कांव कांव | आलोक मेहता
सांसद, विधायक, मुख्यमंत्री लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके कर्म-वचन जनता के हित के लिए होने चाहिए। सिंहासन पर बैठकर कांव कांव करना उन्हें शोभा नहीं देता। पेड़, शाखा, गांव, शहर और मंच पर छलांग लगाते हुए उन्हें अलग-अलग बातें नहीं करनी चाहिए।