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चर्चाः राजधानी में दादागिरी | आलोक मेहता

चर्चाः राजधानी में दादागिरी | आलोक मेहता

दिल्ली सचमुच निराली है। दुनिया के किसी देश की राजधानी में नेता, अधिकारी, पुलिस, टैक्सी-ऑटो-बस चालक और ढाबा चलाने वाले ऐसी दादागिरी नहीं करते। यहां मुख्यमंत्री केजरीवाल स्वयं मनमाने ढंग से आदेश जारी करते हैं और डेढ़ करोड़ जनता की इच्छा बता देते हैं। सीधे प्रधानमंत्री को चुनौती देते रहते हैं और प्रचार पर पांच सौ करोड़ रुपये खर्च कर देते हैं।
राहुल पहुंचे देवनार मैदान, स्वच्छ भारत पर मोदी को लिया आड़े हाथ

राहुल पहुंचे देवनार मैदान, स्वच्छ भारत पर मोदी को लिया आड़े हाथ

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को स्वच्छ भारत अभियान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि स्वच्छता अभियान चलाने के लिए रणनीति और दृष्टिकोण का अभाव है। राहुल ने आज कचरा डालने के स्थल देवनार मैदान जाकर मुआयना किया जहां हाल में आग लगने की कई घटनाएं हुई हैं।
चर्चाः वायदों और दावों का क्या | आलोक मेहता

चर्चाः वायदों और दावों का क्या | आलोक मेहता

‘कसमें, वादे, प्यार, वफा-सब बातें हैं बातों का क्या?’ यह फिल्मी गाना पुराना हो गया। लेकिन इन दिनों जिस इलाके में जाएं, लोग सरकारों के वायदों और दावों के साथ इसी तरह के सवाल उठा रहे हैं। संसद के बजट-सत्र के उद्घाटन अवसर पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भारत सरकार की ‘सफलताओं का लेखा-जोखा’ आधारित भाषण पढ़ दिया।
सुलभ के संस्थापक मलाला, ओबामा के साथ विविधता सूची में

सुलभ के संस्थापक मलाला, ओबामा के साथ विविधता सूची में

भारत में अछूत जाति को बराबरी का दर्ज दिलाने और स्वच्छता की दिशा में काम करने वाले सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक को ब्रिटेन की एक प्रतिष्ठित पत्रिका ने अपनी वैश्विक विविधता सूची में शामिल किया है।
स्वच्छता रेटिंग में पिछड़ा राष्ट्रपति भवन

स्वच्छता रेटिंग में पिछड़ा राष्ट्रपति भवन

राष्ट्रपति भवन में चाहे और बहुत कुछ हो मगर सफाई जरा कम है। हाल ही में जारी स्वच्छता अभियान रेटिंग में राष्ट्रपति भवन पिछड़ गया है। राष्ट्रपति भवन को हैदराबाद हाउस, विज्ञान भवन और जवाहरलाल नेहरू भवन ने पछाड़ा है।
स्वच्छता का संदेश

स्वच्छता का संदेश

भोपाल में स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता का संदेश देने के लिए दीवार पेंट करते स्वयंसेवक
मेरे शौचालय हैं कहां, कोई तो बताए ?

मेरे शौचालय हैं कहां, कोई तो बताए ?

देश भर में जोर-शोर से चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान के बीच मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के बाढ़ गांव के 45 परिवार सरकार से पूछ रहे हैं कि मेरे शौचालय कहां है? निर्मल भारत अभियान के वेबसाइट पर उनके घरों में शौचालय बन चुके हैं, पर वे सभी आज भी खुले में शौच जाने के मजबूर हैं। उनके घरों में शौचालय ही नहीं है। वे अपने गायब शौचालय के लिए लगातार आवेदन दे रहे हैं, पर उनकी सुनवाई ही नहीं हो रही है।
रेल बजट में क्या मिला क्या नहीं मिला

रेल बजट में क्या मिला क्या नहीं मिला

रेल मंत्री से उम्मीद लगाए बैठे लोगों को उस समय झटका लगा जब यह पता चला कि कोई नई ट्रेन नहीं चलाई जाएगी। लेकिन खुशी इस बात की है कि यात्री किराया नहीं बढ़ाया गया। स्वच्छता पर विशेष जोर देते हुए रेल मंत्री ने साफ सफाई के लिए नया विभाग बनाने की बात कही।
मैले से मुक्ति के लिए जुटे मंत्री

मैले से मुक्ति के लिए जुटे मंत्री

केंद्र सरकार ने भारत को मैला प्रथा से मुक्त कराने की दिशा में देश भर से राज्य मंत्रियों की उच्च स्तरीय सम्मेलन बुलाया है। यह सम्मेलन दिल्ली के डीआरडीओ भवन में चल रही है और इसमें इस कुप्रथा के खात्मे के लिए अब तक उठाए गए कदमों की विवेचना हो रही है।
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