क्या ये महज संयोग है कि वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले गुड्स एंड सर्विस टैक्स नेटवर्क (जीएसटीएन) द्वारा 1380 करोड़ रुपये का ठेका मिलने के महज चार महीने बाद ही आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस ने केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा की पत्नी पुनीता कुमार सिन्हा को अपने निदेशक मंडल में स्वतंत्र निदेशक के रूप में शामिल कर लिया।
भारत और पाकिस्तान के बीच 15 जनवरी को प्रस्तावित विदेश सचिव स्तर की वार्ता को फिलहाल टाल दिया गया है। बातचीत को बेहद निकट भविष्य तक के लिए टालने का फैसला दोनों देशों ने आपसी सहमति से लिया। भारत सरकार ने पठानकोट एयरबेस पर पिछले दिनों हुए आतंकी हमले के सिलसिले में पाकिस्तान द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के सदस्यों को हिरासत में लिए जाने का स्वागत करते हुए पाक एसआईटी के भारत दौरे पर अपनी सहमति दे दी है।
शुरुआत में फीके रुझान के बावजूद केंद्र सरकार की स्वर्ण मौद्रिकरण योजना कामयाब होती नजर आ रही है। इस योजना के तहत अब तक घर या मंदिरों में रखा 500 किलोग्राम से ज्यादा सोना सरकार को मिल चुका है।
भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर निर्णय अब गुरुवार को होगा। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के देश से बाहर होने के कारण ऐसा निर्णय लिया गया है।
यह कौन बनेगा करोड़पति का सवाल नहीं है। पर हां सवाल तो है। विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर हिंदी में यदि सुषमा स्वराज का प्रोफाइल देखें तो उसकी पहली पंक्ति है, श्रीमती सुषमा स्वराज विदेश मंत्री भारत की पहली महिला विदेश मंत्री हैं
यूनिवर्सल हेल्थकेयर कवरेज के लक्ष्य को हासिल करने के मद्देनजर नैटहेल्थ (हेल्थकेयर फेडरेशन आॅफ इंडिया), देश की शीर्ष स्वास्थ्यरक्षा निकाय, ने स्वास्थ्यरक्षा सेवाओं को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) के दायरे से बाहर करने के लिए सरकार के समक्ष पूर्व-बजट सिफारिशों को पेश किया है।
अखबारों की छोटी सी खबर से आम जनता को पता चला कि 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस होता है। हिंदी के प्रति प्रतिबद्ध सरकार में केवल विदेश मंत्रालय ने एक आयोजन किया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हुए आतंकी हमले के मामले की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय संयुक्त जांच टीम (जेआईटी) गठित करने का आदेश दिया है। शरीफ ने यह निर्णय आतंकी हमले के संबंध में भारत की ओर से सबूत उपलब्ध कराए जाने के बाद लिया है। जेआईटी के गठन के बाद पठानकोट हमले के सिलसिले में कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।