रविवार को प. बंगाल के सात जगहों- बुनियादपुर, धूपगुड़ी, दुर्गापुर, हल्दिया, पांसकुरा, कूपर्स कैम्प और नैहाटी में हुए निकाय चुनाव में भ्ााजपा को करारा झटका लगा है।
सीटों के आरक्षण की अधिसूचना 27 सितंबर तक जारी हो जाएगी। इसके अलावा 7 अक्टूबर तक आपत्तियों का निपटारा कर लिया जाएगा। इसके बाद 25 अक्टूबर को निकाय चुनाव अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सात नगर निकायों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी समेत माकपा और कांग्रेस को तगड़ी मात दी है। सात नगर निगमों में से चार पर तृणमूल का कब्जा हो गया है जबकि तीन पर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा और भाजपा गठबंधन ने जीत हासिल की है।
उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव से पहले भले ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठजोड़ हुआ हो, लेकिन अब दोनों के रास्ते अलग-अलग हो गए हैं। इस खबर की जानकारी देते हुए सपा-कांग्रेस गठबंधन की करारी हार के बाद यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि कांग्रेस यूपी में होने वाले निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी।
यूपी में आगामी निकाय चुनाव बैलट पेपर किए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके तहत यूपी चुनाव आयोग ने गुरुवार को बैलट पेपर के लिए टेंडर भी जारी कर दिया है। चुनाव में वोटिंग के लिए ईवीएम के इस्तेमाल को लेकर कुछ राजनीतिक दलों द्वारा उठाए जा रहे सवालों के बाद यूपी निर्वाचन आयोग का यह कदम अहम माना जा रहा है।
नगर निकायों के चुनाव नतीजों के बाद महाराष्ट्र की राजनीति ने जबर्दस्त करवट बदली है। अब 'टाइगर' किस करवट बैठेगा, इस पर कयासों का दौर जारी है। फिलहाल राज्य की देवेंद्र फडनवीस की सरकार पर एक तलवार तो लटक ही गई है।
बीएमसी यानि बृहन्मुंबई महानगर पालिका चुनाव में वोटों की गिनती जारी है। अब तक नतीजों में शिवसेना सबसे आगे है। भाजपा दूसरे स्थान पर है। कांग्रेस, एनसीपी और एमएनएस के लिए बुरी खबर है। मुंबई के अलावा नौ अन्य महानगरपालिकाओं में भी चुनाव हुए थे।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका चुनाव में वोटों की गिनती अपने आखिरी चरण में है। 277 में से 225 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। शिवसेना को 84, भाजपा को 81, कांग्रेस को 31, एनसीपी को 9, एमएनएस को 7 और अन्य को 14 सीटें मिली हैं। दो सीटों पर अभी गिनती जारी है।
कड़े मुकाबले वाले बीएमसी चुनाव में शिवसेना के गढ़ मुंबई में बड़ी सफलता अर्जित करते हुए भाजपा ने आज 82 सीटों पर जीत दर्ज की। वह गठबंधन से अलग हुई शिवसेना से महज दो सीट पीछे है जिसे 84 सीट मिली हैं। हालांकि, दोनों ही दल बहुमत के 114 सीटों के जादुई आंकड़े से काफी दूर हैं।