दंगों के फार्मूला में अफवाहें सबसे तेज दौड़ती हैं। मुजफ्फरनंगर दंगों में भी ऐसा ही हुआ था। दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के चलते कत्ल हुए अखलाक वाले मसले पर भी यही हो रहा है। अखलाक को उन्हीं के पड़ोसियों ने बेरहमी से कत्ल कर दिया। एसएसई परीक्षा की तैयारी कर रहे उनके बेटे दानिश को जख्मी कर दिया। नोएडा के कैलाश अस्पताल में दानिश की हालत बहुत अच्छी नहीं है। भाई सरताज दिन-रात दौड़-धूप में लगे हैं। अखलाक तो चला गया लेकिन गंभीर मसला यह है कि फिलहाल दादरी तरह-तरह की तैर रही अफवाहों की चपेट में है। अफवाहों का ऐसा बारूद जिन्हें सिर्फ तीली दिखाने की जरूरत है।
पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और भाजपा नेता नवजोत सिंह सिद्धू को कल नसों में खून का थक्का जमने यानी डीप वीन थ्रोम्बोसीस की बीमारी के उपचार के लिए दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बहुचर्चित शीना बोरा हत्याकांड में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है और मुंबई के जे.जे. अस्पताल के मुताबिक उनकी जिंदगी के लिए अगले 48 घंटे काफी अहम हैं। एक दवा का कथित तौर पर अधिक सेवन करने के बाद इंद्राणी को बाइकुला जेल से जे.जे. अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जे.जे. अस्पताल के डीन डॉ. टी.पी. लहाने ने आज पत्रकारों को बताया, अगले 48 घंटे उनके लिए नाजुक हैं। लहाने से पूछा गया था कि क्या इंद्राणी खतरे से बाहर है।
बीजेपी सांसद हेमा मालिनी की कार से दौसा में चार वर्षीय सोनम नाम की छोटी से बच्ची की मौत हो गई, और भी दुखद है कि बच्ची के भाई सोमिल ही हालत भी नाजुक बनी हुई है। दुर्घटना के दिन मीडिया और लोगों को चिंता थी तो सिर्फ हेमा की। हादसे में जख्मी हुईं हेमा हादसे के बाद पांच लोगों को लहूलुहान हालत में घटनास्थल पर छोड खुद जयपुर चली गईं। इस वजह से सोशल मीडिया पर हेमा की कड़ी आलोचना जारी है। सोनम के पिता हनुमान खांडेलवाल ने कहा कि यदि उनकी बेटी को भी हेमा मालिनी के साथ जयपुर के फोर्टिस अस्पताल ले जाया जाता तो उसकी भी जान बच सकती थी। सोनम के घायल पिता का एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मानसून की बारिश इस बार सामान्य से और कम होने की आशंका है। पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि इस बार बारिश सामान्य से 12 प्रतिशत कम रह सकती है। इस आशंका ने शेयर बाजार की सेहत भी बिगाड़ दी है और मंगलवार को सेंसेक्स 600 अंक से ज्यादा लुढ़क गया।
केरल में साइ सेंटर पर सीनियरों द्वारा कथित प्रताड़ना दिए जाने के कारण आत्महत्या के प्रयास में बची तीन युवा महिला खिलाड़ियों की हालत अब स्थिर है जबकि खेल मंत्रालय ने मामले की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया है।