अभिनेता दिलीप कुमार को पिछले सप्ताह सांस लेने में दिक्कत पैदा होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अब उनकी सेहत में सुधार हो रहा है लेकिन उन्हें कम से कम तीन दिन और अस्पताल में ही रहना होगा। 93 वर्षीय दिलीप कुमार को 16 अप्रैल को उपनगर बांद्रा के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बरेली में एक किसान रैली को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक देश के किसानों की आमदनी को दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए कहा कि छोटे-छोटे कदम उठाकर कृषि क्षेत्र के सामने खड़ी चुनौतियों को अवसरों में बदला जा सकता है। रैली में उन्होंने राज्य सरकारों को किसानों को केंद्र सरकार के साथ मिलकर किसानों की स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव लाने का भी आह्वान किया।
दंगों के फार्मूला में अफवाहें सबसे तेज दौड़ती हैं। मुजफ्फरनंगर दंगों में भी ऐसा ही हुआ था। दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के चलते कत्ल हुए अखलाक वाले मसले पर भी यही हो रहा है। अखलाक को उन्हीं के पड़ोसियों ने बेरहमी से कत्ल कर दिया। एसएसई परीक्षा की तैयारी कर रहे उनके बेटे दानिश को जख्मी कर दिया। नोएडा के कैलाश अस्पताल में दानिश की हालत बहुत अच्छी नहीं है। भाई सरताज दिन-रात दौड़-धूप में लगे हैं। अखलाक तो चला गया लेकिन गंभीर मसला यह है कि फिलहाल दादरी तरह-तरह की तैर रही अफवाहों की चपेट में है। अफवाहों का ऐसा बारूद जिन्हें सिर्फ तीली दिखाने की जरूरत है।
पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और भाजपा नेता नवजोत सिंह सिद्धू को कल नसों में खून का थक्का जमने यानी डीप वीन थ्रोम्बोसीस की बीमारी के उपचार के लिए दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बहुचर्चित शीना बोरा हत्याकांड में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है और मुंबई के जे.जे. अस्पताल के मुताबिक उनकी जिंदगी के लिए अगले 48 घंटे काफी अहम हैं। एक दवा का कथित तौर पर अधिक सेवन करने के बाद इंद्राणी को बाइकुला जेल से जे.जे. अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जे.जे. अस्पताल के डीन डॉ. टी.पी. लहाने ने आज पत्रकारों को बताया, अगले 48 घंटे उनके लिए नाजुक हैं। लहाने से पूछा गया था कि क्या इंद्राणी खतरे से बाहर है।
बीजेपी सांसद हेमा मालिनी की कार से दौसा में चार वर्षीय सोनम नाम की छोटी से बच्ची की मौत हो गई, और भी दुखद है कि बच्ची के भाई सोमिल ही हालत भी नाजुक बनी हुई है। दुर्घटना के दिन मीडिया और लोगों को चिंता थी तो सिर्फ हेमा की। हादसे में जख्मी हुईं हेमा हादसे के बाद पांच लोगों को लहूलुहान हालत में घटनास्थल पर छोड खुद जयपुर चली गईं। इस वजह से सोशल मीडिया पर हेमा की कड़ी आलोचना जारी है। सोनम के पिता हनुमान खांडेलवाल ने कहा कि यदि उनकी बेटी को भी हेमा मालिनी के साथ जयपुर के फोर्टिस अस्पताल ले जाया जाता तो उसकी भी जान बच सकती थी। सोनम के घायल पिता का एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा है।