नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की छठी बटालियन ने जारोड वडोदरा (गुजरात) स्थित परिसर में गणतंत्र दिवस मनाया। इस मौके पर आरएस जून, कमांडेंट ने तिरंगा फहराया।
आज दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के तौर पर सम्मानित हमारा देश 68वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर सर्च इंजन कंपनी गूगल ने एक शानदार डूडल बनाकर गणतंत्र दिवस को समर्पित किया है। इस डूडल में एक स्टेडियम को दर्शाया गया है, जो दर्शकों से भरा हुआ है और इसमें चारों तरफ तिरंगे लगे हुए हैं।
गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार सर्जिकल स्ट्राइक के नायकों का सम्मान दिया जा रहा। इन जवानों को बहादुरी के तमगे दिए जा रहे हैं। वहीं, इस बार गणतंत्र दिवस पर केवल अशोक चक्र दिया जाएगा जो राष्ट्रपति हवलदार हंगपन दादा (मरणोपरांत) की पत्नी को देंगे। इस पुरस्कार की घोषणा स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर की गई थी।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने की पुरजोर वकालत करने के साथ ही नोटबंदी का भी समर्थन किया है। इन दोनों मुद्दों पर वर्तमान केंद्र सरकार का जोर रहा है। प्रणब ने चुनाव आयोग से कहा कि वह राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श करके दोनों चुनाव साथ कराने के विचार को आगे बढ़ाये।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर दुनिया की सबसे उंची इमारत बुर्ज खलीफा का अपना ही अंदाज रहा और भारत के साथ दुबई के सांस्कृतिक एवं व्यापारिक रिश्तों का जलवा बिखेरती हुई तिरंगे के रंगों-केसरिया, सफेद और हरे-रंग वाली रोशनी से यह इमारत जगमगाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर 18 वर्ष की आयु पूरा करने वालों से बतौर मतदाता अपना पंजीकरण कराने तथा मताधिकार का उपयोग करने का आग्रह किया है।
गणतंत्रा दिवस के मद्देनजर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस.पी वैद ने जम्मू और आसपास के इलाकों के सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षाबलों को अतिरिक्त सतर्क रहने के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का भी निर्देश दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय बालिका दिवस पर देश को बधाई दी और कहा बालिकाओं के खिलाफ भेदभाव को नकारना और उनके लिए समान अवसर सुनिश्चित करना अपरिहार्य है।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन में हिस्सा लेने बेंगलुरु पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने संबोधन में कहा कि विदेशों में भारतीयों की सुरक्षा हमारी टॉप प्रायोरिटी है। हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्ता देखते हैं।
21वीं सदी के 16वें साल में हिन्दी अपने मिजाज के मुताबिक व्याकरण की जकड़बंदी से निकलकर उर्दू मिश्रित हिन्दुस्तानी से होते हुये अंग्रेजीनुमा हिंग्लिश की ओर बढ़ती रही। बोलचाल अथवा संप्रेषण के स्वनियम पर आधारित हिन्दी में इस साल जहां एक ओर अन्य भाषाओं और ज्ञान-विज्ञान के विभिन्न इलाकों से आने वाले शब्दों को जगह मिली, वहीं दूसरी ओर फेसबुक-ट्विटर और कंप्यूटर के बढ़ते इस्तेमाल से हैश-टैग और एट दि रेट आॅफ जैसे निशान भी हिन्दी में शामिल होते गये।