प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि विश्वभर में समुदायों को विभाजित करने, देशों और समाजों के बीच के संघर्ष को केवल बातचीत के जरिये ही समाप्त किया जा सकता है।
वामपंथियों के बचे हुए कुछ गढ़ों में से एक है वेनेजुएला। अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को तानाशाह बताते हुए उन पर प्रतिबंधों की घोषणा की है। अमेरिका ने वेनेजुएला में विपक्षी नेताओं पर खतरे और अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा हालिया चुनावों को अवैध घोषित करने के संदर्भ में प्रतिबंधों की घोषणा की है।
हिमाचल प्रदेश में शिमला के बाद चंबा में भी अनाचार की घटना सामने आई है। ताजा मामला चंबा के तीसा में सरकारी स्कूल का है,जहां शिक्षक ने कथित तौर पर छात्रा से रेप किया। घटना के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों के हिंसक प्रदर्शन से इलाके का माहौल तनावग्रस्त बना हुआ है।
जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में आज से शुरू होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन की पूर्वसंध्या पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच काफी झड़पें हुई हैं। इस बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारों और मिर्ची पाउडर का भी छिड़काव किया। जवाब में प्रदर्शनकारियों ने भी पुलिस पर बोतलों, पत्थर और कई अन्य चीज़ों से हमला किया।
आनंदपाल एनकाउंटर मामले में शव के अंतिम संस्कार को लेकर सप्ताह भर से उठापटक चालू है। उनके परिवार वाले आनंदपाल एनकाउंटर की जांच सीबीआई से कराने और दोबारा एम्स के डॉक्टरों से पोस्टमार्टम कराने की मांग कर रहे हैं।
'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"