हिज्बुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत की पहली बरसी पर उसके पिता मुजफ्फर अहमद वानी ने कश्मीर घाटी में खून-खराबे की जगह शांति और एकता स्थापित करने की बात कही है। बुरहान के पिता ने एक विडियो मेसेज जारी कर लोगों से कहा है कि वो बेटे की बरसी पर वह किसी तरह की अप्रिय घटना या हिंसा नहीं चाहते है। वह सिर्फ शांति और एकता चाहते हैं।
एक ओर जहां आतंकी संगठन हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के एनकाउंटर को एक साल पूरा होने पर कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां चौकन्ना हैं। वहीं, इस बीच कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने एक विवादित बयान दे डाला है।
जम्मू-कश्मीर के त्राल में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कमांडर बनाया गया आतंकी सबजार भट सेना के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया। आतंकी सबजार के अलावा एक अन्य आतंकी भी एस मुठभेड़ में ढेर हो गया। इसके अलावा आज तड़के रामपुर में भी हुए एक अन्य मुठभेड़ में 6 आतंकी ढेर हो गए हैं। दोनों ही जगह हुई मुठभेड़ की इन घटनाओं में कुल 8 आतंकी मारे गए हैं।
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा क्षेत्र में त्राल कस्बे के एक गांव में आतंकवादियों ने शनिवार को सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की जिसके बाद उनकी धरपकड़ के लिए इलाके की घेराबंदी की गई।
दक्षिणी कश्मीर की सुदूर पहाड़ियों पर तैनात राष्ट्रीय राइफल्स की एक इकाई में खुशी का माहौल है क्योंकि दुर्दांत आतंकवादी बुरहान वानी का सफाया करने को लेकर उसके तीन कर्मियों को सेना पदक से सम्मानित किया गया है। वानी के मारे जाने से घाटी में महीनों तक हिंसा रही थी।
कांग्रेस ने सवाल किया कि उत्तराखंड में 21 जनवरी को संयुक्त कमांडर सम्मेलन का आयोजन क्यों किया जा रहा है जबकि राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर राजनीतिक फायदे के लिए सशस्त्र बलों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।