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Search Result : "हिसाब-किताब"

वादों का हिसाब मांगो तो धैर्य खो बैठती है सरकार और पुलिस

वादों का हिसाब मांगो तो धैर्य खो बैठती है सरकार और पुलिस

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के पुणतांबा गांव से अपनी उपज का वाजिब दाम मांगने को लेकर शुरू हुआ किसान आंदोलन मध्य प्रदेश के मंदसौर में आकर हिंसक हो गया। कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल पाने से ही किसानों की नाराजगी बढ़ी तो मंदसौर में पुलिस धैर्य खो बैठी।
लोकतंत्र में सरकारें जवाबदेह होती हैं, उन्हें जनता-जनार्दन को हिसाब देना चाहिए: नरेन्द्र मोदी

लोकतंत्र में सरकारें जवाबदेह होती हैं, उन्हें जनता-जनार्दन को हिसाब देना चाहिए: नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 28 मई के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि लोकतंत्र में सरकारें जवाबदेह होती हैं उनको जनता-जनार्दन को हिसाब देना चाहिए। उन्होंने कहा, "मेरी सरकार के तीन साल पूरे होने पर कई तरह के सर्वे और ओपीनियन पोल आए हैं। कहीं तारीफ हुई है तो कहीं आलोचना। लेकिन हमारे लिए सभी महत्वपूर्ण हैं। हमारे 3 साल के काम को हर कसौटी में कसा गया है।"
रामलीला मैदान में स्वराज इंडिया की जवाब दो, हिसाब दो रैली

रामलीला मैदान में स्वराज इंडिया की जवाब दो, हिसाब दो रैली

उपराज्यपाल प्रशासन, दिल्ली सरकार की आप सरकार और भाजपा नीत एमसीडी के कामकाज पर सवालिया निशान लगाते हुए स्वराज इंडिया पार्टी ने कहा है कि रविवार को रामलीला मैदान में दिल्ली की जनता के सानिध्य में इन तीनों सरकारों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लायेगी।
ढाई लाख रुपये से अधिक की जमाओं का हिसाब नहीं मिला तो कर, जुर्माना

ढाई लाख रुपये से अधिक की जमाओं का हिसाब नहीं मिला तो कर, जुर्माना

सरकार ने आज रात आगाह किया कि बड़े नोटों का चलन बंद करने के बाद उन्हें जमा कराने की 50 दिन की छूट की अवधि में 2.5 लाख रुपये से अधिक की नकद जमा के मामलों में यदि आय घोषणा में विसंगति पाई गई तो कर और 200 प्रतिशत जुर्माना भरना पड़ सकता है। राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने ट्वीटर पर यह जानकारी दी।
पाकिस्तान के माहौल के हिसाब से नहीं ढाला गया है लोकतंत्र: मुशर्रफ

पाकिस्तान के माहौल के हिसाब से नहीं ढाला गया है लोकतंत्र: मुशर्रफ

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ ने कहा कि सेना ने पाकिस्तान के शासन में अक्सर अहम भूमिका निभाई है क्योंकि लोकतंत्र को इस देश के माहौल के अनुसार नहीं ढाला गया है।
हरियाणाः विवेकाधीन कोष से खर्च का नहीं होता हिसाब

हरियाणाः विवेकाधीन कोष से खर्च का नहीं होता हिसाब

हरियाणा के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज ने ग्रामीण खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए एक धार्मिक संप्रदाय को अपने विवेकाधीन कोष से 50 लाख रुपए का दान दिया है, जिसको लेकर उनपर चौतरफा निशाना साधा जा रहा है। गौरतलब है कि राज्य के सरकारी सूत्रों का कहना है कि अपने विवेकाधीन कोष से मंत्री इस प्रकार के कार्यों के लिए खर्च कर सकते हैं। जिसका उनसे हिसाब भी नहीं मांगा जाता है।
चर्चाः हथियार का हिसाब न लो साधु से | आलोक मेहता

चर्चाः हथियार का हिसाब न लो साधु से | आलोक मेहता

‌वह जमाना गया जब कहा जाता था कि ‘जात न पूछो साधु की’। इस बार सिंहस्‍थ कुंभ के अवसर पर पवित्र क्षिप्रा में भाजपा नेताओं-मुख्यमंत्री और साधुओं ने ‘दलित’ कोटे के तहत वाल्मीकी घाट पर स्नान किया। वैसे यह समरसता का स्नान था, लेकिन अन्य साधु-संतों और भक्त जनता को बता दिया गया कि दलित साधु-संत की अपनी महत्ता है।
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