तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई.के. पलानीस्वामी ने आज कहा कि अन्नाद्रमुक प्रमुख जे. जयललिता की मृत्यु में कोई रहस्य नहीं है जैसा कि कुछ हलकों में दावा किया जा रहा है।
तमिलनाडु में ई पलानीसामी सरकार ने विश्वास मत जीत लिया है। विधायकों द्वारा हंगामा, मार-पीट, कुर्सियां तोड़े जाने आदि की हरकतों और दो बाद सदन स्थगित होने के बीच हुए मतदान में पलानीसामी के पक्ष में 122 विधायकों ने वोट डाला। विधानसभा की सीटिंग व्यवस्था को छह खंडो में बांटकर एक-एक कर वोटिंग कराई गई।
वीके शशिकला के समर्थक इडाप्पडी के पलानीस्वामी गुरुवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गयी जिससे अन्नाद्रमुक महासचिव के खिलाफ कार्यवाहक मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम की बगावत से राज्य में शुरू हुई राजनीतिक अनिश्चितता समाप्त हो गयी।
तमिलनाडु में राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने पलानीस्वामी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। आज शाम 4.30 बजे पलानीस्वामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्हें बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। आज ही पलानीस्वामी राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे।
अन्नाद्रमुक की प्रमुख वीके शशिकला को बुधवार को जेल भेज दिया गया। उन्होंने बेंगलुरु की एक अदालत में आत्मसमर्पण किया। मंगलवार को उच्चतम न्यायालय ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में उनकी सजा बहाल कर दी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में अन्नाद्रमुक की महासचिव शशिकला नटराजन को चार साल की सजा सुनाई है। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें आरोपमुक्त करार देने वाले कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले को आज निरस्त कर दिया है। इस फैसले के बाद शशिकला के तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बनने का सपना टूट गया। अब उन्हें जेल जाना होगा।
लालू प्रसाद यादव, सुखराम और अब शशिकला, उनकी संरक्षक तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय जयललिता एवं उनके करीबियों को सर्वोच्च अदालत से सजा, जेल, जुर्माना भारतीय न्याय व्यवस्था की साख बढाने वाला है।
अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला को आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद तमिलनाडु में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच उनके विश्वासपात्र ई के पलानीस्वामी को पार्टी विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
तमिलनाडु में सरकार के गठन का कोई हल नजर न आने की मौजूदा स्थिति के बीच सत्ताधारी अन्नाद्रमुक ने कहा है कि उसके अधिकतर विधायकों का समर्थन महासचिव वी.के. शशिकला के पक्ष में है। इसके साथ ही अन्नाद्रमुक ने दावा किया कि राज्यपाल सी विद्यासागर राव द्वारा उन्हें बुलाए जाने की संभावनाएं बहुत ज्यादा हैं।