वैश्विक स्तर पर दिक्कतों तथा घरेलू मोर्चे पर नकदी की कमी की वजह से कर्मचारियों या नौकरी तलाश कर रहे लोगों के लिए नया साल चुनौतीपूर्ण रहेगा। कर्मचारी पहले से ही देखो और इंतजार करो की नीति अपना रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि वेतनवृद्धि में भी कमजोर रुख दिख रहा है।
सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दामों में बड़ा इजाफा किया है। पेट्रोल के दाम में 2 रुपए 21 पैसे जबकि डीजल के दाम में 1रु 79 पैसे की बढ़ोतरी प्रति लीटर की गई है। बढ़ी हुई दरें शुक्रवार आधी रात से लागू हो जाएंगी।
नोटबंदी के 35 वें दिन भी बुधवार को आम आदमी को राहत मिलती नहीं दिखी। बैंकाें तथा एटीएम में पर्याप्त नकदी नहीं थी, जिसकी वजह से लोगाें को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार ने रविवार को अपनी पत्नी सायरा बानो के साथ अस्पताल में अपना जन्मदिन मनाया। बीमार होने के बाद उन्हें कुछ दिन पहले यहां भर्ती कराया गया था।
सुपरस्टार रजनीकांत आज 66 वर्ष के हो गए लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन के कारण वह जन्मदिन नहीं मनाएंगे। जयललिता का गत पांच दिसंबर को निधन हो गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं और अभिनेताओं ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को आज उनके 70वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी और उनकी दीर्घायु एवं अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। मोदी ने ट्वीट किया कि श्रीमती सोनिया गांधी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। ईश्वर उन्हें अच्छा स्वास्थ्य एवं दीर्घायु दे। सोनिया का जन्म नौ दिसंबर 1946 को हुआ था।
नोटबंदी पर समूचे देश की जनता परेशान है। आम आदमी को हो रही परेशानी पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 50 दिन का समय मांगा था। अभी तो 30 दिन ही पूरे हुए हैं। 20 दिन का समय अभी बाकी है। इंतजार कीजिए। अच्छे दिन आएंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि नोटबंदी के बाद पिछले एक महीने से लोगों को काफी दिक्कत और वित्तीय असुरक्षा हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को देश के सामने स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और इसके लिए पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लगातार प्रहार करने वाली बनर्जी ने कहा, विदेशों से भी काला धन बरामद नहीं हो सका। तथाकथित काला धन की बरामदगी के नाम पर केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी ने जमीन, बैंक जमा, सोना, हीरे-जवाहरात आदि संपत्तियां बनाईं और अब ज्यादा पूंजीवादी बन गई है।