आज से शुरू ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन आज सुबह गोवा पहुंचे। जहां उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मेजबानी करने वाला भारत पाकिस्तान से पैदा हो रहे आतंकवाद के खतरे को लेेकर इस दौरान भी उसके खिलाफ अपनी राजनयिक आक्रामकता जारी रख सकता है। पांच देशों वाले ब्रिक्स समूह का यह शिखर सम्मेलन गोवा में रविवार को आयोजित होगा।
दक्षिण गोवा के बेनौलिम गांव में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। भारतीय तट रक्षक दल को अरब सागर में हवाई और समुद्र में निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मरीन पुलिस के कर्मियों को राज्य की नदियों में तैनात किया गया है। नौसेना के मार्कोस कमांडो को अलर्ट पर रखा गया है।
उड़ी में हुए आतंकी हमला और उसके बाद एलओसी के पार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के छाए में हो रहे इस सम्मेलन में आतंकवाद का मुद्दा हावी रहने की संभावना है। भारत की तरफ से यह मुद्दा जोर-शोर से उठाए जाने की तैयारी है और इस मुद्दे पर चीन को साथ लेने की पूरी राजनयिक तैयारी है। इस सम्मेलन में भी पाकिस्तान को अलग-थलग करने की अपनी राजनयिक मुहिम जारी रखेगा भारत।
गोवा में 15 अक्तूबर से शुरू हो रहेे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और बिम्सटेक सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 राष्ट्राध्यक्षों के साथ दोतरफा संबंधों को लेकर बातचीत करेंगे। तीन दिनों तक चलने वाले सम्मेलन में भाग लेने के लिए आ रहे रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन के साथ भारत-रूस वार्षिक शिखर वार्ता भी मोदी शामिल होंगे।
एनएसजी में भारत की पूर्ण सदस्यता के मुद्दे पर समर्थन करने में चीन ने असमर्थता व्यक्त की है। हालांकि इस शक्तिशाली एशियाई देश का कहना है कि वह इस मसले पर 'संभावनाओं' को लेकर भारत के साथ आगे बातचीत करने के लिए तैयार है।
भारत और ब्रिक्स समूह के अन्य देशों द्वारा स्थापित किए गए नव विकास बैंक (एनडीबी) ने शनिवार को शंघाई में चीन सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जिसके तहत इस बैंक मुख्यालय शंघाई में रखा जाएगा। इस तरह इस इस बैंक को एक कानूनी पता मिल गया है। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र की जानी-मानी हस्ती केवी कामत एनडीबी के पहले प्रमुख बनाए गए हैं।
वैसे भारतीय प्रधानमंत्री की कजाखिस्तान यात्रा प्रोटोकॉल के विरूद्ध है क्योंकि मनमोहन सिंह की 2011 की कजाखिस्तान यात्रा के बाद अब कजाख राष्ट्रपति को भारत दौरे पर आना चाहिए था, लेकिन उम्मीद की जाती है है कि मोदी की कजाखिस्तान यात्रा दोनों देशों के बीच सहयोग के कई मुद्दों को गति प्रदान करने में मददगार साबित होगी।
के.वी. कामथ के नाम से बेहतर पहचाने जाने वाले आईसीआईसीआई के अध्यक्ष कुंडापूर वामन कामथ जल्दी ही उस नए विकास बैंक की अध्यक्षता संभालने वाले हैं जिसे ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) ने गठित किया है। यह बैंक शंघाई में स्थित होगा और उदीयमान देशों को इनफ्रास्टक्चर परियोजनाओं के लिए वित्त उपलब्ध कराएगा। इसे विश्व बैंक के विलोम के तौर पर देखा जा रहा है। क्योंकि तेजी से विकासशील ब्रिक्स देशों का पूरी विश्व अर्थव्यवस्था में 5वां हिस्सा है और वे दुनिया की आबादी का 42 प्रतिशत है।
जाने-माने बैंकर के. वी. कामथ को आज ब्रिक्स देशों के समूह द्वारा गठित 50 अरब डॉलर के न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) का प्रमुख चुना गया है। ब्रिक्स समूह ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका जैसी पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं का समूह है।