भारत में इस वर्ष विदेशों में कामकाज के लिए गए उसके नागरिकों ने सबसे अधिक मनीआर्डर भेजे। विदेशों से 72 अरब डॉलर यानी करीब 4.53 लाख करोड़ की राशि के मनीआर्डर प्राप्त करने के साथ भारत इस मामले में पहले नंबर पर रहा है। इसके बाद चीन का स्थान रहा जहां 64 अरब डॉलर आए।
सरकार ने देश में रेलवे के विकास एवं विस्तार के लिए पांच वर्षों में 8.56 लाख करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। इस बारे में निवेश योजनाओं में बजटीय संसाधनों एवं आंतरिक सृजन के अलावा संस्थागत वित्त पोषण, सर्वजनिक निजी भागीदारी और ऋण आदि के जरिये वित्त व्यवस्था करना शामिल है।
धुंध से प्रभावित बीजिंग में प्रदूषण को लेकर पहली बार रेड अलर्ट जारी किया गया जिससे वहीं 2. 2 करोड़ लोगों के इस शहर में निजी वाहनों में आधे वाहन बुधवार सड़कों पर नहीं उतरे और स्कूल और भवन निर्माण स्थल बंद रहे। मजे की बात है कि स्मॉग के इस माहौल में लोग मॉस्क और एयर प्यूरिफायर के बजाय कंडोम और स्पोर्ट्सवियर की जबर्दस्त ऑनलाइन बुकिंग करा रहे हैं।
पिछले कई महीनों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्यों में जारी कटौती को देखते हुए लगातार तीसरी बार विमान ईंधन यानी एटीएफ के मूल्यों में फिर से 1.2 प्रतिशत की कटौती की गई। वहीं खुले बाजार में बिकने वाली रसोई गैस (एलपीजी) के प्रति सिलेंडर मूल्य में 61.50 रुपये की वृद्धि की गई है।
कार बिक्री में लगातार 12वें महीने बढ़ोतरी का रुख है। अक्टूबर माह में कारों की बिक्री 21.8 प्रतिशत बढ़ गई है। दरअसल त्योहारी मौसम में लगातार मांग से वाहन उद्योग में यह रौनक आई है। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक घरेलू बाजार में अक्टूबर माह के दौरान कारों की बिक्री बढ़कर 1,94,158 इकाइयों की रही जो 2014 के इसी माह में 1,59,408 इकाइयों की थी।
बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा नीत राजग की करारी हार के बाद पहले कारोबारी दिन बॉम्बे शेयर बाजार का सूचकांक शुरुआती कारोबार में 608 अंक टूटकर 26,000 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 180 अंक टूटकर 7,800 के स्तर से नीचे आ गया।
विमान ईंधन के मूल्य में मामूली रूप से कटौती की गई है जबकि बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमत में 27.50 रपये वृद्धि की गई है। दामों में बदलाव वैश्विक रुख के अनुरूप है।
दालों की बढ़ती महंगाई के बीच आज अरहर की दाल का खुदरा भाव सरकारी आंकड़ों में भी 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। पिछले साल इस समय अरहर की दाल 85 रुपये किलो थी। दालों की महंगाई पर अंकुश लगाने के सरकार के दावों के बावजूद अरहर की दाल के दाम बढ़ते जा रहे हैं।