उत्तर प्रदेश के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत की घटना पर जहां शासन-प्रशासन सवाल-जवाब में उलझा है, वहीं एक डॉक्टर पीड़ित बच्चों को बचाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहा है।
यह अस्पताल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में आता है। मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। ऑक्सीजन की कमी या इंसेफलाइटिस की वजह से मौत की संभावना जताई जा रही है।
राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान मुक्ति संसद में आत्महत्या कर चुके महाराष्ट्र के किसानों के बच्चों ने अपनी पीड़ा को एक नाटक के जरिए सबके सामने रखा।
एक तरफ कई राज्य सरकारें शराबबंदी पर जोर दे रही हैं तो दूसरी तरफ यूपी में जहरीली शराब से हुई मौतों ने सरकार की नीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आजमगढ़ व लखनऊ में जहरीली शराब पीने से 23 लोगों की मौत हो चुकी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम के निर्देश पर डीएम ने थानाध्यक्ष रौनापर, इलाके के सब इंस्पेक्टर समेत तीन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है तथा मजिस्ट्ररियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। सवाल यह है कि क्या निलंबन और जांच से मृतकों के परिजनों को न्याय मिल पाएगा और क्या इस तरह का गोरखधंधा बिना पुलिस की मिलीभगत के संभव है। सरकार क्या भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगा पाएगी।
यूपी में पीएम नरेंद्र मोदी के योग कार्यक्रम के दौरान बारिश के बाद भी लोग योग करते रहे, जिसकी वजह से कई बच्चों की तबीयत खराब हो गई, जिन्हें लोक बंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एक तरफ जहां लोग फादर्स डे मना रहे हैं वहीं भारतीय सेना के शहीद जवान लांस नायक बख्तावर सिंह कै पिता अपने बेटे को खोने का गम मना रहे हैं। शहीद के पिता ने कहा कि अगर सरकार में दम होता तो हम अपने बच्चे नहीं खोते। उन्होंने कहा कि यह सब सरकार की आलसीपन की वजह से हो रहा है।
यूपी के बरेली में दर्दनाक हादसा हुआ। रविवार देर रात ट्रक व बस की भीषण टक्कर से दोनों में आग लग गई जिससे बस में सवार 22 यात्रियों की जलकर मौत हो गई। करीब 15 बुरी तरह जख्मी हो गए। हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया।