अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का कहना है कि गत एक और दो दिसंबर को चेन्नई में 24 घंटे में जितनी बारिश हुई थी, उतनी वर्ष 1901 के बाद किसी दिन नहीं हुई थी।
भारत को छोड़कर उभरते बाजारों को लगातार पांचवें साल वृद्धि में नरमी का सामाना करना पड़ा है और यह दौर पहले के अनुमानों से संभवत: लंबा खिंच रहा है। यह बात विश्व बैंक ने कही है।
26/11 के मुंबई हमलों के सात साल बाद भारत और पाकिस्तान के बीच गतिरोध खत्म हुआ है और दोनों देश व्यवस्थित तरीके से बातचीत को तैयार हो गए हैं। हार्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन के लिए पाकिस्तान गईं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बताया कि दोनों देशों ने समग्र वार्ता शुरू करने का फैसला ले लिया है। इस घटनाक्रम को सुषमा स्वराज की पाकिस्तान यात्रा की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। अगले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सार्क सम्मेलन में हिस्सा लेने पाकिस्तान जाएंगे।
पुणे और राजकोट मंगलवार को इंडियन प्रीमियर लीग की नई फ्रेंचाइजी बन गई जो दो साल के लिए निलंबित चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रायल्स की जगह लेंगी। पुणे टीम को कोलकाता के व्यवसायी संजीव गोयनका की कंपनी न्यू राइजिंग ने खरीदा जबकि राजकोट को इंटेक्स मोबाइल ने खरीदा है।
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि सरकार 10 साल पुराने वाणिज्यिक वाहनों द्वारा होने वाले प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए जल्द ही एक समन्वित नीति तैयार करेगी। उन्होंने यह भी साफ किया कि 15 साल से अधिक पुराने ट्रकों और बसों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की अभी कोई योजना नहीं है।
सात साल पहले मुंबई में 26 नवंबर के दिन भीषण आतंकी हमलों को आज पूरा देश याद कर रहा है। इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और कई अन्य हस्तियों ने दक्षिण मुंबई में पुलिस जिमखाना स्थित 26/11 पुलिस स्मारक जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। हाल में पेरिस पर हुए 26/11 जैसे आतंकी हमले के बाद पूरी दुनिया में आतंकवाद को लेकर नए सिरे से बहस छिड़ी है।
इंस्टाग्राम ने आज कहा कि भारत में पिछले एक साल में उसके सक्रिय उपभोक्ताओं की संख्या दोगुनी हो गई है। दुनियाभर में इंस्टाग्राम के 40 करोड़ उपभोक्ता हैं, जिनमें से 75 प्रतिशत उपभोक्ता अमेरिका से बाहर के हैं।
देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में शुमार यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में ज्यादातार उम्मीदवार इम्तिहान में बैठे बिना ही दौड़ से बाहर हो जाते हैं। इस साल करीब 51 फीसदी उम्मीदवार आवेदन करने के बावजूद परीक्षा में शामिल नहीं हुए। इस तरह ज्यादातर उम्मीदवारों का प्रशासनिक सेवा में जाने का सपना सिर्फ फार्म भरने तक सीमित रह गया।