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‘तीन’ तिलंगों की समीक्षा

‘तीन’ तिलंगों की समीक्षा

सुजय घोष की फिल्म ‘कहानी’ ने हिंदी थ्रिलर को नया रूप दिया था। कहानी बहुत ‘पेस’ के साथ चलती है। तीन के निर्माता के तौर पर सुजाय रिभू दासगुप्ता को बताना भूल गए होंगे कि वह उनकी छाया से बाहर जाकर भी फिल्म बना सकते हैं।
‘हाउसफुल’ होना तो मुश्किल है

‘हाउसफुल’ होना तो मुश्किल है

अक्षय कुमार तो कई तरह की फिल्में करते रहते हैं। उनके लिए यह खतरा मोल लेना ठीक है कि वह हाउसफुल जैसी फिल्में कर लें लेकिन इस फिल्म के बाकी कलाकारों ने क्या सोच कर इस फिल्म में काम किया होगा यह तो वही जाने।
आलोचनाओं को प्रोत्साहन के रूप में लेते हैं बिग बी

आलोचनाओं को प्रोत्साहन के रूप में लेते हैं बिग बी

अपने लंबे सिनेमाई करिअर में अमिताभ बच्चन के आलोचक भी रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि वह आलोचनाओं से कतराने की जगह उनका उपयोग अपने काम और निखारने में करते हैं।
हमेशा अभिषेक का पक्ष लेती हैं ऐश्वर्या

हमेशा अभिषेक का पक्ष लेती हैं ऐश्वर्या

अभिषेक बच्चन के पास भले ही काम न हो लेकिन ऐश्वर्या राय उनका पक्ष लेने से नहीं चूकतीं। ऐश्वर्या अपनी फिल्म सरबजीत के लिए प्रचार कर रही है जबकि लंबे समय बाद अभिषेक बच्चन हाउसफुल 3 में दिखाई देंगे।
ऐश्वर्या और सोनम ही नहीं, कान में और भी कलाकार बिखेर रहे हैं जलवा

ऐश्वर्या और सोनम ही नहीं, कान में और भी कलाकार बिखेर रहे हैं जलवा

69वें कान फिल्मोत्सव में ऐश्वर्या राय बच्चन और सोनम कपूर जैसी बॉलीवुड हस्तियों के अलावा दूसरे भारतीय फिल्मी सितारे भी समारोह के अलग-अलग कार्यक्रमों में नजर आ रहे हैं।
जया के जिक्र पर बिग बी बोले, दोस्‍त अमर सिंह कुछ भी कह सकते हैं

जया के जिक्र पर बिग बी बोले, दोस्‍त अमर सिंह कुछ भी कह सकते हैं

बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने कहा कि अमर सिंह उनके मित्र हैं और उन्हें कुछ भी कहने का अधिकार है। बिग बी ने कहा कि जया के संबंध में उन्‍होंने जो भी कहा वह कहने का उनको अधिकार है। क्‍योंकि उनको वह अपना खास मित्र मानते हैं।
राष्ट्रगान ‘खींचने’ पर अमिताभ की खिंचाई

राष्ट्रगान ‘खींचने’ पर अमिताभ की खिंचाई

अभिव्यक्ति के आजादी के दिन हैं। जिसकी चाहे शिकायत कीजिए, जिसे चाहे अदालत में घसीटिए। इसी वाक्य में यकीन रखते हुए दिल्ली के एक वकील ने अमिताभ बच्चन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
नेशन वॉन्ट्स टू नो, 'क्या है होली’

नेशन वॉन्ट्स टू नो, 'क्या है होली’

खोजी पत्रकार बन गए बच्चे जिद पकड़ बैठे कि होली से पहले मालपुआ का प्रोमो टेस्ट होना चाहिए। अब उन्हें कौन समझाए कि प्रोमो के चक्कर में असली माल पर हाथ साफ करने वालों की कमी नहीं है
तेरे बिन ही ठीक थे लादेन

तेरे बिन ही ठीक थे लादेन

इस फिल्म का सीक्वेल देखने के बाद इच्छा होती है कि संविधान में संशोधन कर एक नियम डाला जाए कि पकाऊ सीक्वेल बनाने पर सजा का प्रावधान हो।
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