इस पर सुरभि ने सफाई देते हुए कहा है कि यह कार्यक्रम ओमन डे से दो-तीन हफ्ते पहले शूट किया गया था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि नॉर्थ केरल के लोग ओणम डे पर भी नॉन वेजिटेरियन खाना खाते हैं।
आनंद एल राय निर्माता के रूप में शायद ‘तनु वेड्स मनु’ से आगे कुछ चाह रहे थे। इस बार उन्होंने निर्देशन की बागडोर आर एस प्रसन्ना के हाथों में दे दी। फिल्म के कई संवादों पर खूब तालियां बजीं, ठहाके भी लगे। बालकनी में बैठने वाले शायद सीटी न बजा पाएं पर जो लोग ड्रेस सर्किल में बैठते हैं उनके लिए उसकी पूरी छूट है। इसका सिर्फ इतना सा कारण है कि फिल्म पहली बार सेक्स करने में अक्षम पुरुष पर खुल कर बात करती है।