आगरा में भाजपा नेता की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ। गुस्साए लोगों ने एक आरोपी को पकड़ लिया और उसे पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया।
उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी सुलखान ने प्रदेश में गुंडागर्दी नहीं होने देने की बात कही थी। लेकिन पहले ही दिन खुद यूपी पुलिस बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के नेताओं की गुंडागर्दी की शिकार हो गई।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर एयर शो से शुक्रवार को लौट रहे यूपी के प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल सड़क हादसे में घायल हो गए। उन्हें सिर में चोट आई है। सहगल को इलाज के लिए लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
गौतमबुद्ध नगर के किसानों के बाद अब गाजियाबाद के किसानों द्वारा भी अपनी अधिग्रहीत भूमि के बदले मुआवजा उठा लेने की वजह से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्स्प्रेस वे की तमाम अड़चनें दूर हो गई हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर रविवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी चुनावी मुहिम का आगाज करते हुए आगरा में बड़ी रैली की। बसपा अध्यक्ष ने रैली में इस बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा किया। पीएम मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि अच्छे दिन अब बुरे दिनों में तब्दील हो गए हैं।
आगरा में एक कार्यक्रम में शिक्षकों की ढेरों शिकायतों एवं मांगों से दो चार होने पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने उनसे कहा कि वह भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के दूत नहीं हैं।
देशवासियों को अंगदान के लिए प्रेरित करने के इरादे से चार विभिन्न क्षेत्राें में परास्नातक युवक अपने काम-धंधे छोड़कर साइकिलों पर 4500 किमी की यात्रा पर निकलेंगे। उनकी यह यात्रा 17 जून को कन्याकुमारी से शुरू होगी और 50 दिन बाद 6 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस के मौके पर लेह में समाप्त हो जाएगी। इनमें से तीन युवक अलग-अलग वर्गाें में राष्ट्रीय स्तर के एथलीट रहे हैं।
उज्जैन महाकुंभ से हरिद्वार जा रहे जूना अखाड़ा के महंत बाबा गोल्डन पुरी सुरक्षा की मांग को लेकर आगरा एसएसपी के दफ्तर पहुंच गए। इस दौरान गोल्डन बाबा ने करीब 11 किलो सोने के गहने पहन रखे थे।
विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक अशोक सिंहल को महात्मा घोषित कर देना चाहिए और तोहफे के रूप में उन्हें राम मंदिर भेंट करना चाहिए। दिल्ली के खचाखच भरे सिविक हॉल में जब संत समाज की ओर से यह मांग उठी तो ‘ जय श्री राम, भारत माता की जय ’ के जयघोष गूंजने लगे। मौका था अशोक सिंहल के 90वें वर्ष में प्रवेश करने पर आयोजित भव्य कार्यक्रम का। इस कार्यक्रम में एक बात साफ हो गई कि संत समाज समेत विश्व हिंदू परिषद में अभी भी राम मंदिर की उम्मीद कायम है।