एक राम के रायसीना हिल पर पहुंच जाने के बाद अयोध्या वाले राम की कुछ-कुछ सुध अब भाजपा को आने लगी है। अयोध्या में परमहंस रामचन्द्र दास को श्रद्धांजलि देने पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बातों से तो यही लग रहा है।
उत्तर प्रदेश की विधानसभा में मिला संदिग्ध पाउडर विस्फोटक नहीं था। इसका खुलासा आगरा फॉरेंसिक लैब की जांच के बाद सामने आई एक्सप्लोसिव रिपोर्ट में हुआ है। आगरा लैब में जांच से पहले राज्य सरकार की तरफ से बताया गया था कि विधानसभा में मिला संदिग्ध पाउडर PETN विस्फोटक है।
आगरा में भाजपा नेता की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ। गुस्साए लोगों ने एक आरोपी को पकड़ लिया और उसे पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया।
उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी सुलखान ने प्रदेश में गुंडागर्दी नहीं होने देने की बात कही थी। लेकिन पहले ही दिन खुद यूपी पुलिस बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के नेताओं की गुंडागर्दी की शिकार हो गई।
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के करीब 50 समर्थक आजम खान राष्ट्रवादी की अगुवाई में अचानक अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए और जल्द से जल्द राम मंदिर बनवाने की अपील की। मुसलिम समाज के विभिन्न क्षेत्रों से लोग गुरुवार शाम को अयोध्या पहुंचे और जुलूस की तरह सड़क पर ‘मुसलमानों हक और ईमान के साथ आओ, श्रीराम मंदिर का निर्माण कराओ’ के नारे लगाने लगे।