एक गरिमामय समारोह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने गुजराती के प्रख्यात लेखक डॉ. रघुवीर चौधरी को 51वां ज्ञानपीठ अवॉर्ड दिया। दिल्ली में संसद भवन पुस्तकालय में हुए इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पत्रकारो, साहित्यारों और सुधि पाठक जनों ने हिस्सा लिया।
बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी द्वारा मंगलवार को ट्विटर पर डियर कहकर संबोधित किए जाने से केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी भड़क गईं। इस मामले पर दोनों मंत्रियों के बीच ट्विटर के जरिये ही जमकर शब्दबाण चले।
मध्य प्रदेश की शिवराजसिंह सरकार ने फेसबुक पर अब आईएएस अफसर अजय गंगवार से पीएम नरेंद्र मोदी विरोधी पोस्ट को लाइक करने पर जवाब मांगा है। सूबे की भाजपा सरकार ने कहा है कि सात दिनों के अंदर गंगवार इस पर अपना पक्ष स्पष्ट करें।
करीब दो साल पहले यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को मजबूर हुए अकबर चौधरी को विश्वविद्यालय प्रशासन की जांच में इन आरोपों से मुक्त कर दिया गया है।
बीसीसीआई के अध्यक्ष शशांक मनोहर ने मंगलवार को अचानक पद से इस्तीफा दे दिया। मनोहर ने आईसीसी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए यह इस्तीफा दिया है। मनोहर वर्तमान में आईसीसी के मनोनीत अध्यक्ष हैं।
सुल्तान में काम करने के लिए हर कोई दीवाना है, इसी दीवनगी में उर्वशी रौतेला ने सलमान खान के साथ काफी आत्मीयता दिखाने की कोशिश की थी। वह चाहती थीं कि उन्हें सुल्तान में काम मिल जाए।
अपने बयानों से हमेशा विवादास्पद और सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने मंगलवार को पाकिस्तान में यह कहकर भारत को असमंजस में डाल दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाने से ही भारत और पाकिस्तान के मसले सुलझ सकते हैं। अय्यर ने यह बयान पाकिस्तान के एक टीवी एंकर को दिया।
प्रकाश झा की फिल्म गंगाजल में अजय देवगन ने रंग जमा दिया था। अब इसी गंगाजल का दूसरा भाग बन कर तैयार है। फिल्म का पोस्टर जारी हुआ है जिसमें आंखों में आंसू और भिंचे हुए जबड़े के साथ पुलिस की वर्दी में प्रियंका चोपड़ा दिख रही है। प्रियंका पहली नजर में एक ताकतवर और मजबूत छवि वाली आईपीएस अधिकारी लग रही हैं।
चंडीगढ़ में एक न्यूज चैनल के पत्रकार अमित चौधरी जो अभी तक दूसरों की परेशानियों, उन पर हुए अत्याचारों को दिखाते और बताते रहे हैं, आज खुद उसका शिकार हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के चलते उनके साथ वो सब हुआ जिसे वह ‘तानाशाही, जुल्म, अत्याचार, प्रताड़ना और भयावह’ जैसे शब्दों के जरिये बयां करते हैं। यही नहीं, कारगिल युद्ध में देश के लिए दुश्मन से लोहा लेने वाले ब्रिगेडियर देवेंद्र सिंह के बेटे का निधन हो गया, उन्हें सेक्टर 25 के श्मशान घाट में बेटे का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया गया। क्योंकि प्रधानमंत्री की रैली के चलते श्मशान घाट को पार्किंग में बदल दिया गया था। सोशल मीडिया के चलते अमित और ब्रिगेडियर देवेंद्र की तकलीफ का पता हमें लग भी गया लेकिन हजारों-लाखों लोग ऐसे हैं जिनके पास अपनी तकलीफ और पीड़ा बताने के लिए स्मार्ट फोन और सोशल मीडिया का मंच नहीं है लेकिन असहनीय पीड़ा है।