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Search Result : "Anupam Kher Anil Kapoor revisit old memories as they pose outside Yash Chopra residence"

इतिहास के नहीं भंसाली के हैं बाजीराव

इतिहास के नहीं भंसाली के हैं बाजीराव

प्रदर्शन से पहले फिल्म बाजीराव मस्तानी विवादों में घिर गई है। बाजीराव पेशवा के वंशजों ने आरोप लगाया है, बाजीराव की पत्नियों काशीबाई और मस्तानी का फिल्म में चित्रण करते समय ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है।
मुख्यमंत्री की सेल्फी, करीना की मुसीबत

मुख्यमंत्री की सेल्फी, करीना की मुसीबत

वैसे तो फिल्मी सितारों को अच्छा लगता है कि उनके प्रशंसक उनके प्रति दीवानगी दिखाएं। यदि प्रशंसकों में कोई मुख्यमंत्री हो तो फिर कहना ही क्या। नए जमाने में दीवानगी दिखाने का एक ही तरीका सबसे मुफीद है, सेल्फी लेना। लेकिन एक सेल्फी करीना कपूर को पसंद नहीं आई।
मार्च फॉर इंडिया: इस विरोध के मायने क्या हैं

मार्च फॉर इंडिया: इस विरोध के मायने क्या हैं

इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक एक हुजूम नारे लगाता चल रहा है। इसे सोशल मीडिया ने कलबुर्गी-पानसरे की हत्या के पक्ष में भी देखा। लेकिन वहां ‘राष्ट्रवादियों’ ‘संघियों’ और ‘भक्तों’ के अलावा भी कई लोग भारत के लिए आए थे।
साहित्‍य समारोह में अनुपम खेर को श्रोताओं ने किया खारिज

साहित्‍य समारोह में अनुपम खेर को श्रोताओं ने किया खारिज

मुंबई में एक साहित्य समारोह के दौरान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर हो रही बहस तब गरमा गई जब अनुपम खेर ने मंच से आरोप लगा दिया कि कार्यक्रम में किराए की भीड़ लाई गई है।
रणबीर को लेकर नहीं डरती कैटरीना

रणबीर को लेकर नहीं डरती कैटरीना

लड़कियों को अपने प्रेमी के संग किसी और को देखकर कितनी भी तकलीफ हो पर वे इस बात को स्वीकारती नहीं हैं। अब कैटरीना को ही देख लीजिए।
दीपिका की पसंद किंग खान

दीपिका की पसंद किंग खान

दीपिका फिल्मों के मामले में भले ही चूजी न हों पर प्यार के मामले में वह न सिर्फ चूजी है बल्कि थोड़ी कनफ्यूज भी। उन्हें न रणवीर चाहिए न रणबीर। उनकी पसंद तो शाहरूख खान है।
‘शानदार’ बोरियत

‘शानदार’ बोरियत

लगता है शाहिद कपूर को अंदाजा नहीं है कि शादी के बाद खर्चे बढ़ जाते हैं। इस बात का अंदाजा होते ही वह सिर्फ बढ़िया काम करना चाहेंगे, ‘शानदार’ के चक्कर में नहीं पड़ेंगे।
रूमानी अहसास के दीये

रूमानी अहसास के दीये

प्रेम रतन धन पायो को आने में अभी वक्त है। हर थोड़े अंतराल के बाद इस फिल्म के गाने रीलिज हो रहे हैं। सूरज बड़जात्या मार्का फिल्मों की तरह यह फिल्म भी रोमांस का नया आगाज करेगी।
हो गया प्यार का पंचनामा

हो गया प्यार का पंचनामा

नए जमाने की कहानियां अब इतने नए जमाने की हो गई हैं कि यह फिल्में सिर्फ एक खास पीढ़ी को ही अच्छी लग सकती हैं। प्यार का पंचनामा का पहला भाग भी ठीक ठाक चल गया था तो इसका सीक्वेल भी अच्छा चल जाने की पूरी उम्मीद है। पूरे देश के विश्वविद्यालय के छात्र भी अगर इस फिल्म को देख लेंगे तो निर्माता के पूरे पैसे वसूल हो जाएंगे।
किसने बनाया ऋषि को चिंटू

किसने बनाया ऋषि को चिंटू

चिंटू उपनाम से मशहूर ऋषि कपूर का नाम चिंटू कैसे पड़ा इसके पीछे एक दिलचस्प दास्तां है। लेकिन उन्हीं की जुबानी सुनने के लिए उनके प्रशंसकों को टेलीविजन का एक शो देखना होगा।
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