मध्य प्रदेश के गुना में यातायात नियमों का उल्लंघन करने के मामले में दो रिश्तेदारों पर जुर्माने से बौखलाए स्थानीय भाजपा नेता के परिजनों ने एक सिपाही की सरेआम सड़क पर पिटाई कर दी। घटना के बाद सिपाही की पिटाई का वीडियो वायरल हो गया है।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सेंट्रल विजिलेंस कमीशन (सीवीसी) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए दिल्ली में करप्शन कम होने का दावा किया है।वहीं इस समय कुमार विश्वास ने सोशल मीडिया में एक वीडियो शेयर किया है। जिस वीडियो में वे आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधते दिख रहे हैं।
पत्थरबाजी से बचने के लिए सेना द्वारा एक कश्मीरी युवक को जीप के आगे बांधने का मुद्दा तूल पकड़ चुका है। यह वीडियो नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने शेयर किया था। पीड़ित युवक ने मीडिया से बातचीत में अपने साथ हुई बदसलूकी गहरा आक्राेेश व्यक्त किया है। वह पूछा रहा है कि आखिर उसका कसूर क्या है। उसने तो वोट भी दिया था।
पथराव से बचने के लिए कथित तौर पर एक व्यक्ति को मानव ढाल के रूप में सुरक्षा बलों की जीप पर बांधने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे भयभीत करने वाला करार दिया।
जम्मू-कश्मीर में सेना के जवान आतंकियों से तो लड़ते ही है साथ ही उनको कश्मीर के नागरिकों के गुस्से का सामना करना पड़ता है। हाल ही में एक कश्मीरी युवक सीआरपीएफ के जवान को लात मारता हुआ दिख रहा है। युवक की यह हरकत वीडियो में कैद हो गई। इसे वायरल भी किया जा रहा है। अहम यह है कि पिटने के बाद भी जवान ने युवक को कुछ नहीं कहा।
रोजमर्रा के जीवन में मोबाइल फोन की बढ़ती दखल अब मौत तक जा पहुंची है। खुदकुशी से पहले सुसाइड वीडियो बनाकर अपनेे अंतिम बयान को दर्ज करने का चलन जोर पकड़ने लगा है। दहेज की वजह से परेशान हैदराबाद की अंजुम फैजान नामक महिला ने आत्महत्या से पहले मोबाइल पर वीडियो बनाया और फिर खुदकुशी कर ली। अंजुम ने बयान में कहा, ‘ये मेरा सुसाइड नोट है, मां मुझे माफ कर देना, खुदा हाफिज…। इस बयान में अंजुम ने अपने ससुराल और अपने शौहर पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
अगले महीने शुरू हो रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने के वास्ते साइकिल चुनाव चिन्ह पर अपना दावा पुख्ता करने की कोशिश के तहत अखिलेश यादव गुट ने पार्टी के जन प्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों के हस्ताक्षर वाले हलफनामे चुनाव आयोग को सौंपे। इसमें दावा किया गया कि 229 में 200 से अधिक विधायकों, 68 विधान परिषद सदस्यों में से 56 विधान परिषद सदस्यों, सहित 90 प्रतिशत जनप्रतिनिधियों और प्रतिनिधियों का हस्ताक्षर है।
उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद 21 राज्य इकाइयों ने पहले ही लोढा समिति को पुष्टि कर दी है कि वे सभी सुधारवादी कदमों को लागू करेंगे लेकिन इस बीच पूर्व अध्यक्षों एन श्रीनिवासन और अनुराग ठाकुर ने बेंगलुरू में अनौपचारिक बैठक में हाथ मिलाए।
बीसीसीआई के विद्रोही तेवरों के प्रति कड़ा रवैया अपनाते हुए उच्चतम न्यायालय ने आज उसके अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को उनके पदों से हटा दिया और कहा कि उन्हें तुरंत प्रभाव से बोर्ड का कामकाज करना बंद कर देना चाहिए।