भारत के बैंकिंग क्षेत्र पर मुख्य तौर पर 2011-13 के दौरान अटकी परियोजनाओं के कारण कुछ दबाव है और इन परियोजनाओं की मुश्किलें दूर करने की कोशिशें की जा रही है।
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से केरल के कोचूवेली और महाराष्ट्र के पुणे को जोड़ने वाली दो नई एक्सप्रेस ट्रेनों को कल 28 जून को हरी झंडी दिखाएंगे।
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के प्रमुख एस. के. रॉय द्वारा अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले इस्तीफा दिए जाने के चलते सरकार जल्द ही निगम के नए प्रमुख को चुनने की प्रक्रिया शुरू करेगी और इस पर अंतिम निर्णय अगले महीने तक ले लिया जाएगा।
राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदकधारी मनोज कुमार (64 किग्रा) बाकू (अजरबेजान) में चल रही एआईबीए विश्व क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचकर ओलंपिक खेलों के लिये क्वालीफाई करने वाले भारत के दूसरे मुक्केबाज बन गये।
राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता मनोज कुमार (64 किग्रा) और सुमित सांगवान (81 किग्रा) ने मंगलवार को बाकू (अजरबेजान) में अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) विश्व क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। ये दोनों रियो ओलंपिक में जगह बनाने से अब सिर्फ एक जीत दूर हैं।
राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदकधारी एल देवेंद्रो सिंह (49 किग्रा) ने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के विश्व ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में जबकि अनुभवी मनोज कुमार (64 किग्रा) ने अंतिम-16 चरण में प्रवेश किया।
भारतीय क्रिकेट के पुराने स्तंभ और दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष चेतन चौहान को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेकनोलॉजी का चेयरमैन बनाया गया है। इस पर उठे विवाद के बाद चेतन चौहान ने कहा है कि मेरे चेयरमैन बनने के मामले को इतना तूल क्यों दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं होशियार आदमी हूं, पढ़ा लिखा आदमी हूं, मैं नहीं समझता कि मुझे सीखने में कोई ज्यादा समय लगेगा”।
लोकसभा को बुधवार को सूचित किया गया कि लंबी दूरी की और प्रीमियम टेनों में पिछले साल खानपान से संबंधित करीब 4969 शिकायतें दर्ज की गईं जिनमें एक लाइसेंस निरस्त करने के साथ ही चेतावनी देने की और अन्य कार्रवाई की गई हैं।
मशहूर अभिनेता मनोज कुमार को साल 2015 का दादासाहेब फाल्के अवार्ड दिया जाएगा। अपनी विशिष्ट अभिनय शैली और देशभक्ति की भावना से भरी फिल्मों के लिए मनोज कुमार लाखों भारतीय दिलों पर राज करते हैं।
छात्र राजनीति का इतिहास बहुत पुराना है। राष्ट्र के नव-निर्माण से लेकर आज तक यह जारी है। हाल में भारत के विश्वविद्यालयों से एक आंधी उठी है जो हो सकता है देश की राजनीति के लिए बवंडर साबित हो