पिछले दो साल में सीमा पर कार्रवाई और नक्सल विरोधी अभियान की तुलना में दिल का दौरा पड़ने और अन्य बीमारियों की वजह मरने वाले बीएसएफ कर्मियों की संख्या अधिक है।
नोटबंदी का सबसे बड़ा असर अब दिहाड़ी मजदूरों पर देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में नोटबंदी की वजह से कई मजदूर नसबंदी कराने को मजबूर हैं। यहां अब तक 38 मजदूर नसबंदी करा चुके है।
वायुसेना की ओर से लापरवाही और संचार के अभाव का आरोप लगाते हुए फ्लाइट लेफ्टिनेंट कुणाल बारपत्ते के माता-पिता ने आज कहा कि वायुसेना ने तलाश अभियानों के बारे में सटीक स्थिति की सूचना नहीं दी है।
ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी ने देश की प्रधानमंत्री टेरीजा मे की कल शुरू हो रही भारत की उनकी तीन दिवसीय यात्रा से पहले ऑपरेशन ब्लू स्टार में ब्रिटेन की भूमिका के बारे में सच्चाई बताने को कहा है।
सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने पर भारत ने पाकिस्तान को उसी की तर्ज पर करारा जवाब दिया है। बीएसएफ ने अपनी जवाबी कार्रवाई में 15 पाकिस्तानी रेंजरों को मार गिराया है। इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पल्लनवालां सेक्टर में पाक की तरफ से गोलीबारी में एक नागरिक की मौत हो गई है।
जम्मू जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे आरएसपुरा और अरनिया सेक्टरों में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन कर 15 से अधिक सीमा चौकियों और 29 बस्तियों पर मोर्टार बमों और स्वचालित हथियारों से की गयी भारी गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया और छह अन्य लोग घायल हो गये।
पाकिस्तान पर हमले के बाद भारत तनाव को कम करने की हर संभव कूटनीतिक प्रयास रहा है। लेकिन पाकिस्तान भारत को उकसाने का कोई भी अवसर गंवाना नहीं चाहता। सूत्रों के मुताबिक अमेरिकी उपग्रह में भारतीय कार्रवाई के सबूत भी दर्ज हो गए हैं। अमेरिकी एनएसए का भारत के एनएसए अजीत डोभाल को ऑपरेशन के बाद तुरन्त फोन करना अपने आप में पर्याप्त सबूत है कि भारत की तरफ से सर्जिकल स्ट्राइक की गई है।
पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के उस दावे को मनगढ़ंत करार दिया है , जिसमें उसने सीमा पार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए सैन्य अभियान को अंजाम देने का दावा किया था। पाकिस्तान ने कहा कि सीमापार की गोलीबारी को लक्षित हमला करार देकर भारत मीडिया में सनसनी पैदा करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान की सेना ने एक बयान में कहा, भारत की ओर से कोई लक्षित हमला नहीं हुआ बल्कि भारत ने सीमापार से गोलीबारी शुरू की, जो कि अक्सर होता है।
हम कितनी भी कोशिश कर लें- कूटनीतिक औजार कभी पाकिस्तान के साथ काम नहीं आते। अरसे से भारत का यही अनुभव रहा है। हमारे सामने हमेशा यही स्थिति बन जाती है कि बदनाम देश को हम और कितना बदनाम करें?