उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने 9 नए मंत्रियों की चर्चा करते हुए कहा कि कैबिनेट विस्तार लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा द्वारा किए गए वादों और गरीबी, बेरोजगारी, गंगा सफाई जैसी समस्याओं पर सरकार की विफलता से लोगों का ध्यान हटाने का एक प्रयास है।
गुजरात के बाद अब उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी उथल-पुथल मच गई है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का लखनऊ पहुंचना समाजवादी पार्टी के लिए संकट बन गया है। शाह के यूपी में आते ही सपा के तीन और बीएसपी के एक विधायक ने इस्तीफा दे दिया है।
बिहार के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत में भी हलचल तेज हो गई गई है। बसपा एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफे को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा पर जमकर हमला बोला।
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है। मायावती ने राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रापति हामिद अंसारी को इस्तीफा सौंपा है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार अब मायावती की बहुजन समाज पार्टी को मूर्तियों के मंच पर टक्कर देगी। हाल के विधानसभा चुनावों में मायावती के पाले से बसपा के कई नेताओं और गैर-जाटव वोट बैंक को तोड़कर भाजपा ने अपने लिए एक नया जनाधार कायम किया था। लेकिन अब शायद उसे लगता है कि दलित गौरव के नाम पर बने आंबेडकर पार्कों और स्मारकों की भी सोशल इंजीनियरिंग जरूरी है। सो, अब योगी सरकार इन पार्कों में अति पिछड़े समाज और ऊंची जाति के महानायकों की भी मूर्तियां लगाएगी।