केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा है कि अगर मुस्लिम समुदाय में तीन तलाक की प्रथा बंद नहीं होती है तो सरकार इस पर रोक लगाने के लिए कानून भी बना सकती है।
युवा नेता जिग्नेश मेवाणी ने दलितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ अावाज उठाने के लिए दलित संगठनाेें को अलवर से गुजरात तक यात्रा निकालने का सुझाव दिया है। देखना है वह खुद कब इस पर अमल करते हैं।
फिल्म निर्माता तिग्मांशु धूलिया क्रिकेट के बाहर अनजान और साहसी संघर्ष के लिए पहचाने गए एक दलित गेंदबाज बालू पालवणकर के जीवन पर फिल्म बनाने वाले हैं। यह फिल्म बाएं हाथ के स्पिनर बालू पालवणकर की कहानी बयां करेगी, जिन्होंने वर्ष 1900 की शुरुआत में हिंदू जिमखाना क्लब के लिए खेला था। बालू दलित समुदाय के पहले सदस्य थे जिन्होंने इस खेल पर अपनी महत्वपूर्ण छाप छोड़ी। अपने समय के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर होने के बाद भी बालू को दलित होने के कारण कभी टीम का कप्तान नहीं बनाया गया।
मिजोरम के मुख्यमंत्री लाल थान्हवला ने कहा कि राज्य सरकार त्रिपुरा के राहत शिविरों में रह रहे उन ब्रू शरणार्थियों की वापसी का स्वागत करेगी जो राज्य के प्रामाणिक निवासी हैं।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का पाटीदार समुदाय अब भी विरोध कर रहा है। अमित शाह को उनके अपने ही राज्य गुजरात में सोमवार रात अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा। जब उनका काफिला सोमनाथ जा रहा था तो जूनागढ़ के केशोद के पास उन पर अंडे फेंके गए।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुजरात विधानसभा चुनाव में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को शिवसेना की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है। हार्दिक पटेल गुजरात में पाटीदार आंदोलन के जरिए आनंदी बेेन की सरकार को परेशान कर चुके हैं। यहां तक आनंदी बेेन के इस्तीफे की वजह भी हार्दिक कहे जाते हैं। इन्हीं की वजह से राज्य की भाजपा सरकार की काफी किरकिरी हुई थी।
देश में भाजपा शासित राजस्थान में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के खिलाफ 2013-15 में सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए जिसके बाद उत्तरप्रदेश और बिहार का नंबर आता है। सरकार की हालिया रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आए हैं। केंद्र ने ऐसे मामले में खराब सजा दर के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है।
मुस्लिमों के साथ मजहब के नाम पर और दलितों के साथ जाति के नाम पर भेदभाव होने का दावा करते हुए प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उल उलेमा ए हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने आज दलित और मुस्लिम समाज से एकजुट होने का आह्वान किया।
गाजीपुर रैली में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा नोटों की माला वाली टिप्पणी पर भडकीं मायावती ने रैली को बुरी तरह फ्लॉप ठहराते हुए आरोप लगाया कि रैली के जरिये भारी मात्रा में काला धन खपाया गया और उसमें लोगों को ढाई-ढाई सौ रूपये देकर बुलाया गया। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि प्रधानमंत्री ने गाजीपुर में पूरे भाषण के दौरान जो भी कहा, थोथा चना बाजे घना की तरह था।