शीर्ष भारतीय शटलर साइना नेहवाल ने बर्मिंघम में गत चैम्पियन जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप के दूसरे दौर में प्रवेश किया।
गत चैम्पियन नोवाक जोकोविच हाथ में चोट के खतरे से उबरकर अमेरिकी ओपन के दूसरे दौर में पहुंच गए जबकि स्पेन के रफेल नडाल और जर्मनी की एंजेलिक कर्बर ने भी भीषण गर्मी से जूझते हुए अगले दौर में जगह बनाई। गर्मी के कारण फ्रेंच ओपन चैम्पियन गार्बाइन मुगुरूजा को डाक्टर की सेवायें लेनी पड़ी।
तियान क्विंग और झाओ युनलेई की ओलंपिक चैंपियन जोड़ी अगले महीने रियो ओलंपिक में अपने महिला बैडमिंटन युगल स्वर्ण पदक का बचाव नहीं कर पाएंगी क्योंकि चीन की राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (एनओसी) ने उनको टीम में नहीं रखा है।
अंतोइन ग्रिएजमैन के दो गोल की मदद से फ्रांस ने विश्व चैम्पियन जर्मनी को हराकर यूरो कप फुटबाल के फाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उसका सामना पुर्तगाल से होगा।
पिस्टल किंग जीतू राय ने शनिवार को बाकू (अजरबेजान) में आईएसएसएफ निशानेबाजी विश्व कप में तीन बार के ओलंपिक चैम्पियन कोरिया के जोनगोह जिन को पराजित कर रजत पदक जीतने के साथ ही रियो खेलों से पहले अपनी इच्छाओं का संकेत दे दिया।
भारतीय टीम के नव नियुक्त कोच अनिल कुंबले के लंबे समय तक जोड़ीदार रहे हरभजन सिंह का मानना है कि टेस्ट कप्तान विराट कोहली को इस लेग स्पिनर के रूप में एक आदर्श मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक मिलेगा और ये दोनों मिलकर भारतीय क्रिकेट को नये स्तर पर ले जाएंगे।
पूर्व आल इंग्लैंड चैंपियन प्रकाश पादुकोण ने गुरुवार को मुंबई में कहा कि रियो ओलंपिक में भारत बैडमिंटन में साइना नेहवाल, पीवी सिंधु और के. श्रीकांत से पदक की उम्मीद की जा सकती है लेकिन इसके लिये उन्हें प्रतियोगिता के दौरान अपने खेल के चरम पर रहना होगा।
दुनिया में मुक्केबाजी के पर्याय मुहम्मद अली ने एक बार गणना की थी कि उन्होंने अपने पेशेवर करियर में 29,000 मुक्के सहे और पांच करोड़ 70 लाख डालर की कमाई की। उनके मुक्के दमदार होते थे और अपनी तेजी की वजह से प्रतिद्वंद्वी को हतप्रभ करने में माहिर भी थे। इस हैवीवेट चैंपियन ने अपने मुक्कों से दुनिया को रोमांचित करने का वादा किया और फिर वह इसमें सफल भी रहे। यहां तक कि मुक्के खाने की वजह से उन्हें पार्किन्संस हो गया था। वह इस वजह से बमुश्किल बात कर पाते थे तब भी वह लोगों को प्रभावित करते थे।
अपने जीवन में 61 फाइटिंग में से सिर्फ पांच में हारने वाले जाने माने मुक्केबाज 'द ग्रेट' मोहम्मद अली जिंदगी की जंग में पार्किन्संस से हार गए। 74 साल के अली सांस की तकलीफ की वजह से अस्पताल में भर्ती थे। उनका अमेरिका के लास एंजिल्स में निधन हो गया। अली को पार्किनसन की बीमारी की वजह से सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी।