रघुराम राजन ने अपनी किताब 'I Do What I Do: On Reforms Rhetoric and Resolve' में नोटबंदी से जुड़ी कई बातों का भी उल्लेख किया है। किताब में राजन ने लिखा है कि उनके कार्यकाल के दौरान कभी भी आरबीआई ने नोटबंदी पर फैसला नहीं लिया था।
सीताराम येचुरी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, "सभी जानते हैं कि यह देश सिर्फ प्रधानमंत्री और पीएमओ के आदेश पर चल रहा है। इसलिए मंत्रिमंडल में कौन कहां बैठता है, इससे कोई नहीं पड़ता है।"
रबीआई पर नोटबंदी के व्यापक असर को देखते हुए सिर्फ एक फीसदी नोटों का बैंकों में वापस न आना चौकाने वाला आंकड़ा है। इससे नोटबंदी के औचित्य पर ही सवाल खड़े होने लगे हैैं।