भाजपा शासित मध्यप्रदेश में ईवीएम को लेकर एक गड़बड़ी सामने आई है। चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश के भिंड में जिला निवार्चन अधिकारियों से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है।
भारत में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की सूचक बनी उत्कृष्ट भारतीय खोज इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन :ईवीएम: की विश्वसनीयता पर हाल ही में आये चुनावी नतीजों के बाद सवाल उठाये जा रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की छेड़छाड़ से जुड़ी याचिका पर सुनवाई करते हुए चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा है।
बसपा नेता मायावती ने भाजपा को दोबारा चुनौती दी कि अगर उसे उत्तर प्रदेश में जनता से जनादेश प्राप्त करने का पूरा भरोसा है तो वह राज्य में मतपत्रों का उपयोग करते हुए विधानसभा चुनाव कराए। साथ ही बसपा प्रमुख ने चुनावों में ईवीएम का उपयोग खत्म करने के लिए एक कानून बनाए जाने की मांग भी की।
5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद मायावती और अरविंद केजरीवाल ईवीएम के इस्तेमाल पर भड़के हुए हैं। मायावती ने यूपी और केजरीवाल ने पंजाब में अपनी-अपनी पार्टियों की हार का जिम्मा ईवीएम के ऊपर डालते हुए मशीन में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं।
ईवीएम में छेड़छाड़ करने के बसपा सुप्रीमो मायावती के आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा ने उनसे गरिमापूर्ण ढंग से जनादेश को स्वीकार करने को कहा और जोर देते हुए कहा कि ईवीएम में दोष नहीं है, दोष आपके भीतर है।
यूपी चुनावों में भाजपा की जीत के बाद ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बाद अब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने भी अपना पक्ष रखा है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगामी माह में होने वाले एमसीडी चुनावों को बैलेट पेपर द्वारा कराने की बात कही है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद बसपा ने ईवीएम के साथ छेड़छाड़ किए जाने का आरोप लगाया जिसके बाद समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस संबंध में जांच की मांग की लेकिन चुनाव आयोग ने कहा कि इस आरोप का कोई आधार नहीं है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के धुआंधार प्रदर्शन के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने आरोप लगाया कि वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी की गयी है।
राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रूस की ओर से की गई कथित हैकिंग के जवाब में रूस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं और 35 रूसी अधिकारियों को निष्कासित कर दिया है। हालांकि, व्लादिमीर पुतिन ने जवाबी कार्रवाई करने से इनकार करते हुए कहा कि वह नये राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड ट्रंप के कदमों को देखेंगे।